नई दिल्ली :– सरकार ने महिलाओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ‘सहेली स्मार्ट कार्ड‘ नामक एक डिजिटल ट्रैवल पास लॉन्च किया है। यह कार्ड 12 वर्ष या उससे अधिक उम्र की महिलाओं और ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को डीटीसी और क्लस्टर बसों में बिना किसी शुल्क के यात्रा करने की सुविधा देगा। यह नया कार्ड नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) सिस्टम के अंतर्गत लाया गया है, जो अब तक उपयोग में लाए जा रहे गुलाबी पेपर टिकट की जगह लेगा।
मुख्यमंत्री का ऐलान: अब व्यवस्था होगी पारदर्शी
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बजट भाषण के दौरान कहा था, “पुरानी टिकट व्यवस्था में भ्रष्टाचार की संभावना थी, लेकिन अब सहेली स्मार्ट कार्ड के जरिए सफर ज्यादा पारदर्शी और सुरक्षित होगा।” फिलहाल दिल्ली में DTC के 44 डिपो (एक नोएडा में) हैं और कुल 3,266 बसें चल रही हैं, जिनमें 1,950 इलेक्ट्रिक और 1,694 CNG बसें शामिल हैं। सरकार इस योजना को 15 अगस्त से लागू करने की तैयारी में है।
कार्ड के लिए जरूरी दस्तावेज
सहेली स्मार्ट कार्ड के लिए आवेदन करने हेतु निम्नलिखित दस्तावेज अनिवार्य हैं:
आधार कार्ड
पैन कार्ड
दिल्ली का निवास प्रमाण पत्र
पासपोर्ट साइज फोटो
बैंक द्वारा मांगी गई अन्य KYC दस्तावेज
एक बार KYC प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, बैंक कार्ड को डाक के माध्यम से आवेदक के पते पर भेजेगा। सरकार ने इस प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल और भ्रष्टाचार-मुक्त बनाए रखने के उद्देश्य से DTC द्वारा कार्ड जारी नहीं करने का निर्णय लिया है।
कैसे करें आवेदन?
आवेदनकर्ता को दिल्ली का निवासी होना अनिवार्य है।
उम्र 12 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
DTC की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा।
उसके बाद किसी बैंक का चयन कर, उसकी निकटतम शाखा में जाकर KYC प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
सहेली स्मार्ट कार्ड के फायदे
DTC और क्लस्टर बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा
अन्य परिवहन सेवाओं के लिए कार्ड को टॉप-अप या रिचार्ज किया जा सकता है
कार्ड को इस्तेमाल से पहले DTC के AFCS सिस्टम में एक्टिवेट करना होगा
कार्ड बैंक के जरिए मिलेगा, जो जारी करने और रखरखाव के लिए नाममात्र शुल्क ले सकता है
कार्ड के गुम होने पर, संबंधित बैंक से नया कार्ड मंगवाया जा सकता है
सरकार का यह प्रयास राजधानी की महिलाओं और ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए एक सशक्तिकरण का प्रतीक बनकर उभरेगा।