बालोद:- रेत माफिया की मनमानी पर जल्द ही लगाम लग सकती है. बीजेपी सांसद भोजराज नाग ने ग्रामीणों की शिकायत पर कार्रवाई का भरोसा दिया है. सांसद भोजराज नाग ने कहा कि वो खनिज विभाग के अधिकारियों से कहेंगे कि वो मौके पर जाकर चेक करें. अगर कोई अवैध तरीके से रेत खनन का काम कर रहा है तो उसे छोड़ा नहीं जाएगा. गांव वालों का कहना है कि पोड़, मर्रामखेड़ा, भैंसमुंडी, गोडपाल में चोरी छिपे खनन का काम किया जा रहा है. लोगों की शिकायत है कि रेत खनन के चलते नदी में कई जगह उबड़ खाबड़ गड्ढे बन गए हैं. बारिश के दिनों में जब पानी भर जाता है तो हादसों की संभावना बढ़ जाती है.
अवैध खनन का खेल जारी: स्थानीय लोगों ये भी शिकायत है कि अवैध खदान का संचालन होता है तो जो ग्राहक के रूप में वहां रेत खरीदने अपनी गाड़ियों को भेजते हैं, खनिज विभाग द्वारा उन गाड़ियों पर कार्रवाई की जाती है. जबकि वह तो एक ग्राहक के रूप में जाते हैं उन्हें जहां से रेट मिल जाए बस वह वहीं से खरीद लेते हैं. ऐसे में अब हाईवे परिवहन संघ वाले भी अवैध खदानों में अपनी गाड़ियां भेजने से कतरा रहे हैं. वहीं कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं जहां मशीनों को सील करने के बाद भी उसे तोड़कर रेत का खनन किया जा रहा है.
पंचायत क्षेत्र में आने वाले खदानों का संचालन कौन करता है इस संदर्भ में उन्हें जानकारी नहीं है, क्योंकि यहां पर नेताओं की मनमानी चलती है. वह अपने लोगों को भेजते हैं और यहां पर रेत खदानों का संचालन करते हैं. वर्तमान में धमतरी के कुछ लोग यहां पर रेत खदानों का संचालन कर रहे हैं जो पोड़ से होकर गुजर रही है, अब ये सीमा बालोद की है या कांकेर की यह तो जांच के बाद ही विभाग स्पष्ट कर पाएगा: नरसी साहू, सरपंच
खनिज विभाग की दलील: खनिज विभाग के जिला अधिकारी मीनाक्षी साहू ने बताया कि ”पोड़ में खदान संचालित नहीं है. कांकेर का तासी खदान है. यह तो राजस्व विभाग ही बता पाएगा कि सरपंच को सूचना दी गई है या नहीं. यहां केवल रास्ता उन्हें रेत निकालने के लिए दिया जा रहा है वहीं अन्य खदानों की बात है तो उसको हम दिखा रहे हैं. यदि अवैध खदान संचालित किया जाता है तो इस पर कार्रवाई जरूर की जाएगी. पहले से ही पोड़ में दो गाड़ियों को सील किया गया है.