नई दिल्ली:- दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे भारत का सबसे लंबा और तेज रफ्तार वाला एक्सप्रेस-वे है, जो दिल्ली से मुंबई तक की 1380 किमी. की दूरी को सिर्फ तीन घंटे में तय करने की क्षमता रखता है। यह एक्सप्रेस-वे भारतमाला परियोजना के तहत बनाया गया है, जो देश के विभिन्न राज्यों को आपस में जोड़ने का उद्देश्य रखता है। इस एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है, जिन्होंने इसे एक ऐतिहासिक और विकासात्मक कदम बताया है।
एक्सप्रेस-वे के फायदे
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के बनने से देश को कई फायदे होंगे, जैसे कि:
यात्रियों को समय और पैसा बचाने में मदद मिलेगी, क्योंकि इस एक्सप्रेस-वे पर टोल टैक्स कम होगा और ट्रेन या हवाई जहाज की तुलना में सस्ता होगा।
व्यापार और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि इस एक्सप्रेस-वे पर माल और सामान का परिवहन तेज और आसान होगा। इससे दिल्ली और मुंबई के बीच के बाजारों का आपसी संबंध मजबूत होगा।
पर्यटन को फायदा होगा, क्योंकि इस एक्सप्रेस-वे के रास्ते में कई आकर्षक स्थल हैं, जैसे कि रणथंभौर टाइगर रिजर्व, जयपुर, उदयपुर, अहमदाबाद, वडोदरा आदि। इन स्थलों पर यात्रियों को आराम करने और घूमने के लिए अनेक सुविधाएं मिलेंगी।
सुरक्षा और स्वच्छता को ध्यान में रखा गया है, क्योंकि इस एक्सप्रेस-वे पर आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इस पर ट्रॉमा सेंटर, हैलीपैड, शौचालय, पेट्रोल पंप, रेस्तरां, होटल आदि उपलब्ध हैं। इस पर वीडियो सर्वेलेंस, एम्बुलेंस, पटरोलिंग, आग बुझाने की व्यवस्था भी है।
पर्यटन को फायदा होगा, क्योंकि इस एक्सप्रेस-वे के रास्ते में कई आकर्षक स्थल हैं, जैसे कि रणथंभौर टाइगर रिजर्व, जयपुर, उदयपुर, अहमदाबाद, वडोदरा आदि। इन स्थलों पर यात्रियों को आराम करने और घूमने के लिए अनेक सुविधाएं मिलेंगी।
सुरक्षा और स्वच्छता को ध्यान में रखा गया है, क्योंकि इस एक्सप्रेस-वे पर आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इस पर ट्रॉमा सेंटर, हैलीपैड, शौचालय, पेट्रोल पंप, रेस्तरां, होटल आदि उपलब्ध हैं। इस पर वीडियो सर्वेलेंस, एम्बुलेंस, पटरोलिंग, आग बुझाने की व्यवस्था भी है।