नई दिल्ली:- चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतर गया। भारत इसी के साथ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। यह पूरा ऑपरेशन जिनकी निगरानी में चल रहा था, वह थे इसरो के चीफ एस सोमनाथ। चंद्रयान-3 की सफलता में इनका अहम योगदान है। एस सोमनाथ का पूरा नाम श्रीधर परिकर सोमनाथ है। इस मिशन के बाद से लोगों के मन में इसरो के चीन को लेकर कई तरह के सवाल पैदा हो गए हैं। कई लोग जानना चाहते हैं कि इसरो के चीफ की सैलरी कितनी है। एस सोमनाथ को हर महीने कितना वेतन मिलता है।
7वें वेतन आयोग के मुताबिक, इसरो चीफ की सैलरी ढाई लाख रुपये महीना होती है। बता दें कि सैलरी के अलावा इसरो चीफ को रहने के लिए आवास और वाहन आदि की भी सुविधाएं मिलती हैं। वहीं इसरो चीफ को एक आईएएस या आईपीएस वाला ओहदा हासिल होता है।
बता दें कि 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने के बाद इसरो के वैज्ञानकों के वेतन में कुछ बदलाव किया गया था। अब पे बैंड और ग्रेड पे मिला कर जो बनेगा, वह बेसिक पे कहलाएगा। इसरो में काम करने वालों को बेसिक पे के अलावा डियरनेस अलाउंस भी मिलेगा। इसमें साल में दो बार बढ़ोतरी होगी। उन्हें वेतनमान के अलावा हाउस रेंट अलाउंस भी मिलेगा