नई दिल्ली:– भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रविवार को डी.वाई. पाटिल स्टेडियम, नवी मुंबई में खेले गए रोमांचक फाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर इतिहास रच दिया। इस जीत के साथ भारत ने पहली बार आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया।
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में 7 विकेट खोकर 298 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। सलामी बल्लेबाज शफाली वर्मा ने 87 रन की आतिशी पारी खेलकर टीम को शानदार शुरुआत दी, वहीं स्मृति मंधाना ने 62 रन बनाकर अहम योगदान दिया। अंत में दीप्ति शर्मा और रिचा घोष ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर स्कोर को लगभग 300 के करीब पहुंचा दिया।
जवाब में खेलने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम भारतीय गेंदबाजों के सामने टिक नहीं सकी और 45.3 ओवर में 246 रन पर ऑल आउट हो गई। भारत की ओर से दीप्ति शर्मा ने 3, रेणुका ठाकुर और पूजा वस्त्राकर ने 2-2 विकेट झटके। हालांकि दक्षिण अफ्रीका की लौरा वोल्वार्ड्ट ने शानदार शतक (101 रन) जमाया, लेकिन बाकी बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों की धार के सामने बेबस नजर आए।
दीप्ति शर्मा को ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ घोषित किया गया, जबकि टूर्नामेंट में लगातार शानदार प्रदर्शन करने वाली शफाली वर्मा को ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ का खिताब मिला।
स्टेडियम में मौजूद हजारों दर्शकों के बीच जब हरमनप्रीत कौर ने विजेता ट्रॉफी उठाई तो पूरा मैदान “भारत माता की जय” और “टीम इंडिया जिंदाबाद” के नारों से गूंज उठा। इस ऐतिहासिक जीत के बाद देशभर में जश्न का माहौल है — सोशल मीडिया से लेकर गलियों तक भारतीय बेटियों की जीत की गूंज सुनाई दे रही है।
यह जीत भारतीय महिला क्रिकेट के स्वर्णिम अध्याय की शुरुआत मानी जा रही है। वर्षों के संघर्ष, समर्पण और आत्मविश्वास की बदौलत टीम इंडिया ने वह कर दिखाया जो अब तक सपना था।
“यह जीत हर उस बेटी को समर्पित है जो मैदान पर भारत का झंडा ऊँचा करना चाहती है,”
— कप्तान हरमनप्रीत कौर
