नई दिल्ली : सोशल इवेंट्स में हम दो तरह के लोगों को देखते हैं. एक वे, जो बगैर किसी प्रयास के लोगों के आकर्षण का केंद्र बन जाते हैं और उनसे मजेदार बाते करते नजर आते हैं. दूसरे वे, जो स्पॉट लाइट से दूर किसी कोने में खड़े होते हैं और जब कोई उनके पास आता है तो घबरा उठते हैं. सोशली कॉन्फिडेंट और अन कॉन्फिडेंट दोनों तरह की लोगों की पहचान आसान होती है.
आत्मविश्वास की कमी के कारण लोगों को घबराहट और परेशानी तो होती हैं उनकी खूबियां भी दुनिया के सामने नहीं आ पाती है. कुछ खास तरह की आदतें सोशल स्किल की कमियों की ओर संकेत करते हैं. उन्हें समझने से और उनसे छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है.
आत्मविश्वास में कमी की ओर संकेत करने वाली सामान्य आदतें
नजर मिलाने से बचना
लोगों से नजर मिलाने से बचना आत्मविश्वास में कमी से संबंधित सबसे सामान्य आदत है. कोई अगर आंखों में देखने की जगह इधर उधर देखकर बातें करता है तो सामने वाले को लगता है कि उसे उसकी बातों में दिलचस्पी नहीं है. जबकि यह आत्मविश्वास की कमी के कारण होता है.
क्लोज्ड ऑफ पोस्चर
आत्मविश्वास से भरपूर लोग बात करते समय खुलकर खड़े होते हैं जबकि आत्मविश्वास में कमी वाले लोग किसी से बात करते समय अक्सर डिफेंसिव पोश्चर में होते हैं. वे अपने हाथों को चेस्ट पर क्रॉस करके रखते हैं या पैरों को क्रॉस करके खड़े होते हैं.
घबराहट वाली हंसी
आत्मविश्वास से भरपूर हंसी और घबराहट वाली हंसी में बहुत अंतर होता है. अनिश्चितता और घबराहट के कारण लोग खुलकर हंस नहीं पाते हैं और यह उनके व्यवहार में आत्मविश्वास की कमी को बताता है.
बातचीत में बार-बार फिलर यूज करना
बातचीत के दौरान बार बार फिलर वर्ड्स जैसे आं, ऊं का यूज करना या बार बार बातचीत के क्रम को रोक देना भी आत्मविश्वास की कमी को बताता है. अक्सर ऐसे लोगों के साथ बातचीत किसी रिजल्ट पर नहीं पहुंच पाती है.
ज्यादा ही माफी मांगना
लोगों के लिए माफी मांगना आसान नहीं होता है लेकिन आत्मविश्वास की कमी का सामना कर रहे लोग अक्सर कुछ ज्यादा ही माफी मांगते है. बातचीत के दौरान बार-बार माफी मांगने की आदत आत्मविश्वास की कमी की ओर इशारा करती है.