देश के सबसे भीषण रेल हादसों में से एक कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन एक्सीडेंट के पीड़ितों और उनके परिजनों के हित में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने एक बड़ा बदम उठाया है. एलआईसी ने इस दुर्घटना का शिकार हुए लोगों के लिए बीमा पॉलिसी क्लेम करने की प्रोसेस को आसान बना दिया है.एलआईसी के चेयरमैन सिद्धार्थ मोहंती की ओर से शनिवार को एक बयान जारी किया गया. इसमें एलआईसी ने क्लेम सैटलमेंट की प्रोसेस में रेल दुर्घटना के पीड़ितों को कई तरह की राहत देने का ऐलान किया है.
आसान होगा बीमा पॉलिसी क्लेम करनाएलआईसी के बयान के मुताबिक रेल दुर्घटना के पीड़ितों को ज्यादा मुश्किल का सामना ना करना पड़े, इसलिए उनकी एलआईसी की बीमा पॉलिसी, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना पॉलिसी और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना पॉलिसी की क्लेम प्रोसेस को आसान बनाया जा रहा है.दुर्घटना के शिकार लोगों के बीमा क्लेम करने के लिए अब रेलवे, पुलिस, किसी राज्य सरकार और किसी केंद्रीय विभाग द्वारा जारी मृतकों की सूची को ही मृत्यु का प्रमाणपत्र मान लिया जाएगा.
यानी इन मृतकों के परिजनों को बीमा क्लेम करने के लिए रजिस्टर्ड डेथ सर्टिफिकेट नहीं देना होगा.इतना ही नहीं एलआईसी ने कोरोमंडल रेल दुर्घटना के पीड़ितों की मदद के लिए एक स्पेशल हेल्फ डेस्क और कॉल सेंटर शुरू किया है. डिवीजनल और ब्रांच लेवल पर एलआईसी के ऑफिस में क्लेम संबंधित पूछताछ का समाधान किया जाएगा. वहीं क्लेम के लिए आवेदन करने वाले परिजनों को पूरी सहायता दी जाएगी.
इतना ही नहीं सभी बीमा धारकों तक पहुंचने और तेजी से क्लेम सेटलमेंट करने की कोशिश की जाएगी.दुर्घटना में 288 लोगों की मौत, 1,100 घायलइसी के साथ एलआईसी चेयरमैन सिद्धार्थ मोहंती ने ओडिशा के बालासोर में हुई इस दुर्घटना को लेकर शोक जताया है. इस दुर्घटना में 288 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं करीब 1,100 लोग घायल हो गए हैं. शुक्रवार को शाम 7 बजे ओडिशा के बालासोर जिले में बाहांगा बाजार स्टेशन के पास हुई इस दुर्घटना में कोरोमंडल एक्सप्रेस, एसएमवीटी बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की भिडंत हो गई.