नई दिल्ली:– पिछले एक दशक में स्मार्टफोन हमारे जीवन का एक ऐसा हिस्सा बन चूका है जिससे हम अपने आप को उससे दूर होने की कल्पना नहीं कर सकते. यह हमें दुनिया भर की जानकारी को हमारी मुट्ठी में समेटते हैं. लेकिन अब दुनिया के सबसे मशहूर और प्रभावशाली टेक विशेषज्ञों के बीच एक नया रुझान उभर रहा है, जो स्मार्टफोन की इस बादशाहत को चुनौती दे रहा है.
एलन मस्क, मार्क जुकरबर्ग, सैम ऑल्टमैन और बिल गेट्स जैसी दिग्गज हस्तियां ऐसी टेक्नोलॉजी का समर्थन कर रही हैं, जिनका उद्देश्य स्मार्टफोन की आवश्यकता को पूरी तरह खत्म करना है. उनका मानना हैं की आने वाले समय में हम स्मार्टफोन्स का इस्तेमाल करना बंद कर देंगे.
वे सभी ऐसी अलग-अलग तकनीकों का समर्थन कर रहे हैं, जो स्मार्टफोन को पूरी तरह अप्रचलित बनाने का दावा करती हैं. ब्रेन इम्प्लांट्स से लेकर डिजिटल टैटू और ऑग्मेंटेड रियलिटी चश्मों तक, उनकी ये महत्वाकांक्षाएं एक ऐसे भविष्य की ओर इशारा करती हैं, जहां इंसान टचस्क्रीन के जरिए नहीं, बल्कि सीधे सोच, दृष्टि या त्वचा के माध्यम से डिवाइस से जुड़ेंगे. आइए जानते हैं ये टेक दिग्गज ऐसे क्या कर रहे हैं जिसकी वजह से ये मानते है कि आने वाले समय में स्मार्टफोन का अंत निश्चित है.
Elon Musk बना रहे ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस
एलन मस्क की कंपनी न्यूरालिंक स्मार्टफोन को पुराना करने की दिशा में काम कर रही है. ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस के जरिए अब यूजर्स सिर्फ अपने विचारों से तकनीक को नियंत्रित कर सकते हैं. दो इंसानों पर इसका ट्रायल भी हो चुका है.
Bill Gates कर रहे इलेक्ट्रॉनिक टैटू टेक्नोलॉजी को सपोर्ट
वहीं, बिल गेट्स Chaotic Moon की इलेक्ट्रॉनिक टैटू टेक्नोलॉजी को बढ़ावा दे रहे हैं, जो स्वास्थ्य निगरानी से लेकर जीपीएस ट्रैकिंग और डेटा ट्रांसफर तक में सक्षम है.
Mark Zuckerberg बना रहे स्मार्ट ग्लास
उधर मार्क जुकरबर्ग का फोकस ऑगमेंटेड रियलिटी ग्लासेस पर है. उनका दावा है कि 2030 तक ये चश्मे स्मार्टफोन की जगह ले लेंगे और डिजिटल दुनिया को सीधे हमारी आंखों के सामने ले आएंगे.
Tim Cook क्या सोचते हैं?
जब प्रतिस्पर्धी कंपनियां क्रांतिकारी तकनीकों की ओर कदम बढ़ा रही हैं, वहीं एप्पल के CEO टिम कुक वर्तमान में आजमाए हुए रस्ते पर भरोसा कर रहे हैं. पिछले साल ही कंपनी ने iPhone 16 लॉन्च किया था, जो एडवांस्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लैस है और यूजर्स के अनुभव को बेहतर बनाता है. कुक उनका मानना है कि स्मार्टफोन आज भी लोगों की जिंदगी का एक अहम हिस्सा है.
एप्पल धीरे धीरे अपने प्रोडक्ट्स में AR और AI जैसी नई तकनीकों को शामिल कर रहा है. कुक की सोच अपने समकालीनों से अलग है वे स्मार्टफोन को किसी नई चीज से बदलने के बजाय, उसे एक मुख्य प्लेटफॉर्म के रूप में देखते हैं. उन्होंने सार्वजनिक मंचों पर कहा है, “हम उस चीज को और बेहतर बनाना चाहते हैं, जिसे लोग पहले से ही इस्तेमाल कर रहे हैं.” यानी एप्पल का फोकस बदलाव की जगह सुधार पर है.