नई दिल्ली:- साल में सिर्फ 12 नान सब्सिडी रसोई गैस सिलेंडर लिए जा सकते हैं। यानी 12 महीने में 12 सिलेंडर ही मिलेंगे। इससे ज्यादा सिलेंडर की जरूरत होने पर तेल कंपनियों ने तीन और सिलेंडर देने का प्रविधान किया है लेकिन इन सिलेंडर के एवज में उपभोक्ता को सब्सिडी नहीं मिलेगी।पूरे वर्ष में कुल 15 सिलेंडर ही मिल पाएंगे। तेल कंपनियों ने तय कर दिया है कि पूरे वर्ष में 213 किलोग्राम लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस ही मिलेगी।
इंडियन आयल के जिला नोडल अधिकारी कुमार गौरव ने कहा कि घरेलू गैस सिलेंडर के व्यावसायिक इस्तेमाल को रोकने के लिए यह व्यवस्था बनायी गई है। यदि घर में खपत ज्यादा है तो एक और कनेक्शन लेना होगा।
जिन घरों में ज्यादा सदस्य एक साथ रहते हैं वहां हर महीने दो सिलेंडर रसोई गैस की खपत आम है। त्योहार या शादी-विवाह होने पर रसोई गैस की खपत और बढ़ जाती है। अब महीने में दो सिलेंडर लेने की व्यवस्था से ऐसे परिवारों को कम से कम दो कनेक्शन लेना ही पड़ेगा। कनेक्शन लेने के एवज में अतिरिक्त रुपये भी खर्च करने पड़ेंगे।गोलघर के मंजीत श्रीवास्तव ने कहा कि मेरे परिवार में 24 सदस्य हैं। हर महीने दो रसोई गैस सिलेंडर की जरूरत होती है। त्योहार में खपत ज्यादा बढ़ जाती है। मुझे सब्सिडी वाला सिलेंडर न मिले, लेकिन जरूरत के अनुसार सिलेंडर तो मिलना ही चाहिए। इस व्यवस्था में बदलाव होना चाहिए।
नौसढ़ निवासी शैलेश साहनी ने कहा कि रसोई गैस सिलेंडर हर घर में है। सब्सिडी भी सिर्फ 59.05 रुपये ही मिलती है। इतनी कम सब्सिडी देने से अच्छा है कि इस पर भी रोक लगा दी जाए।