प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (24 अगस्त) को 15वें ब्रिक्स सम्मेलन से दौरान सभी सदस्य नेताओं के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में हिस्सा लिया और उनसे बातचीत की. कांफ्रेंस शुरू होने से पहले पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को संक्षिप्त बातचीत करते हुए देखा गया.
इससे पहले ब्रिक्स बिजनेस फोरम की बैठक में दोनों नेताओं के साथ आने की उम्मीद थी. हालांकि, शी जिनपिंग मीटिंग में शामिल नहीं हुए. उन्होंने अपनी जगह चीन के वाणिज्य मंत्री वांग वेनटाओ को भेजा. इस बैठक को पीएम मोदी ने संबोधित किया था.SCO के मंच पर दिखे थे दोनों नेताइससे पहले दोनों नेताओं को 2022 उज्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित हुई शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) में एक मंच पर देखा गया था.
उस वक्त भी दोनों नेताओं के बीच कोई भी द्विपक्षीय बातचीत नहीं हुई थी. हालांकि, यह मीटिंग गोगरा फ्रिक्शन पॉइंट पर हुई तकरार को सुलझाने की कोशिशों के बीच हुई थी.तीन साल से दोनों देशों के बीच तनावबता दें कि दोनों देशों के बीच पिछले 3 सालों लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर चल रहे तनाव के कारण संभंध खराब हो गए हैं. दोनों पक्ष 2020 से अब तक पूर्वी लद्दाख में सीमा मुद्दों के समाधान के लिए 19 दौर की वार्ता की है, लेकिन इसका कोई सोल्यूशन नहीं निकल सका है.
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पहुंचे पीएम मोदीपीएम मोदी मंगलवार (22 अगस्त) को 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए साउथ अफ्रीका पहुंचे और जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स बिजनेस फोरम लीडर्स के बीच चर्चा हुई. ब्रिक्स बिजनेस फोरम लीडर्स डायलॉग में अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि भारत जल्द ही 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनेगा और आने वाले सालों में दुनिया के विकास इंजन होगा.
पीएम मोदी ने साउथ अफ्रीका की सराहना कीवहीं, शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन हुए ओपन सेशन में पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने अपनी जी20 अध्यक्षता के तहत ग्लोबल साउथ के देशों को बहुत महत्व दिया है.