नई दिल्ली:– रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का शुक्रवार सुबह दिल्ली पहुँचने पर राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक सम्मान के साथ स्वागत किया गया। उनके आगमन पर ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ की औपचारिकता पूरी की गई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन का अभिवादन किया और आधिकारिक समारोह में शामिल हुए।
औपचारिक स्वागत के बाद पुतिन सीधे राजघाट पहुंचे, जहां उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। राजघाट पर कुछ देर रुकने के बाद वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होने वाली द्विपक्षीय वार्ता के लिए हैदराबाद हाउस रवाना हो गए। इस बैठक को भारत-रूस रणनीतिक संबंधों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
आज कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम
Putin India Visit: दिनभर के कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन भारत मंडपम में FICCI द्वारा आयोजित एक विशेष व्यापारिक सत्र में भी हिस्सा लेंगे। शाम को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उनके सम्मान में राजकीय भोज का आयोजन करेंगी। कार्यक्रमों के पूरा होने के बाद पुतिन के देर रात भारत से प्रस्थान की संभावना है।
भारत-रूस साझेदारी को नई गति मिलने की उम्मीद
विशेषज्ञों का मानना है कि चार साल बाद हो रही पुतिन की यह भारत यात्रा द्विपक्षीय संबंधों में नई ऊर्जा ला सकती है। प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को अपना “मित्र” बताते हुए यात्रा को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया है। इससे पहले गुरुवार की रात प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति पुतिन के लिए एक निजी रात्रिभोज का भी आयोजन किया था, जिसने शिखर वार्ता के लिए सकारात्मक माहौल बनाया है।
शुक्रवार को होने वाली 23वीं भारत-रूस शिखर वार्ता में रक्षा, व्यापार, ऊर्जा और प्रौद्योगिकी सहयोग को लेकर कई बड़े समझौते होने की संभावनाएँ जताई जा रही हैं। अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों के बदलते परिदृश्य में यह मुलाकात दोनों देशों के लिए अत्यंत अहम मानी जा रही है।
