रायपुर
राजधानी के रेलवे, एयरपोर्ट, शास्त्री मार्केट,मॉल और सिनेमाघरों में चल रहे पार्किंगों में कमाई का नया तरीका निकाल लिया है। पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए पार्किंग को गजेडिय़ों और सटोरियों ने काले कारोबार के मार्केट के रूप में तब्दील कर दिया है। पार्किंग वालों रोड लाखों रुपए का वारान्यारा कर रहे है
खासकर शहर के रेलवे स्टेशन में के दोनों साइड के पार्किंग में खुलकर सट्टा और गांजा सप्लाई का खेल चल रहा है?शहर के चारों कोनों के गेजेड़ी पार्किग के आखिर में बैठकर धुएं का छल्ला उड़़ाते देख सकते है। यहीं से गजेडिय़ों को रोजना का खुराक भी मिलता है। बात यहीं खत्म नहीं होती है पार्किंग के चारों कोनों में सटोरिए रहते है जो नंबर लिखने का काम करते है। लोगों को लगता है कि गाड़ी नंबर की पर्ची ले रहा लेकिन वनो पर्ची सट्टा की होती है
सट्टा -जुआ-गांजा-शराब का सप्लाई करने वाला गिरोह इतना सक्रिय है कि गंजोडिय़ों और सटोरियों को आधा किमी दूर से ताड़ लेता है? नशेड़ी या सटोरिया को कोड संकेत बता दिया गया है वो आते ही इशारा करता है और माल उसके हाथों तक पहुंच जाता है। इन पार्किंग में अवैध कारोबार बेधडक़ चल रहा है। पुलिस और सीआरपीएफ को मालूम है कि यहां सिर्फ लोग गाड़ी पार्किंग के लिए आते है
किसी के पास नहीं है मशीन
पार्किंग वसूलने वाले किसी भी युवक के पास मशीन नहीं है। सिर्फ एक साधारण पर्ची छपवा कर चार्ज वसूला जाता है। इनकी देखादेखी कई और भी इस गलत काम में कूद रहे हैं। नगर निगम के नाम से अवैध रसीद छपवा कर पार्किग चार्ज वसूलना शुरू कर दे रहे हैं। वहीं पार्किंग नहीं देने वाले या सवाल पूछने वाले लोगों के साथ अवैध पार्किग चार्ज वसूल रहे लडक़े उनके साथ बुरा व्यवहार भी करते हैं
मेन रोड में अवैध रूप से पार्किंग वसूलने वाले और आम लोगों के बीच हर दिन तू-तू, मैं-मैं हो रही है। कभी कभी नौबत मारपीट तक भी पहुंच जा रही है। इसके बाद भी न तो नगर निगम और न ही प्रशासन का इस ओर ध्यान जा रहा है। कार्रवाई न होने का नतीजा ही है कि अवैध वसूली कर रहे लोगों का मन बढ़ा हुआ