नई दिल्ली :- भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अभी चीन में हैं. आज यानी गुरुवार को उन्होंने एससीओ यानी शंघाई सहयोग संगठन के रक्षा मंत्रियों की बैठक को संबोधित किया. पहलगाम अटैक और ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र कर राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को खूब सुनाया. चीन को भी पाक प्रेम पर इशारों-इशारों में फटकारा. इस बीच किंगदाओ में आयोजित एससीओ समिट में आतंकवाद पर चीन और पाकिस्तान कन्नी काट रहे थे. मगर राजनाथ सिंह से वे बच नहीं पाए. राजनाथ सिंह ने उस दस्तावेज पर सिग्नेचर करने से इनकार कर दिया, जो आतंकवाद पर भारत के रुख को कमजोर करता है. सूत्रों ने यह जानकारी दी.
आखिर उस दस्तावेज में क्या-क्या था, इसकी पूरी डिटेल सामने नहीं आई है. मगर सूत्र बता रहे हैं कि इसमें वो बातें थीं, जो आतंकवाद पर भारत के रुख को कमजोर करता है. इस पत्र में पहलगाम अटैक का जिक्र नहीं था. यही वजह है कि राजनाथ सिंह ने ज्वाइंट स्टेटमेंट वाले दस्तावेज पर सिग्नेचर करने से इनकार कर दिया. माना जा रहा है कि चीन और पाकिस्तान ने अपने इन्फ्ल्युएंस से यह दस्तावेज तैयार करवाया. वैसे भी इस बार एससीओ समिट की मेजबानी चीन कर रहा है. किसी दस्तावेज को ड्राफ्ट करने में मेजबान देश की अहम भूमिका होती है. ऐसे में यह अनुमान लगाया जा सकता है कि पाक प्रेम में आतंकवाद पर चीन खेल करने चला था, जिसे राजनाथ सिंह ने चुटकी में पकड़ लिया.
भारत के स्टैंड से दुनिया को कराया अवगत
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर भी भारत का रुख मजबूती से रखा, जिसमें 26 पर्यटकों की जान चली गई थी. इसके अलावा राजनाथ सिंह ने इशारों-इशारों में पाकिस्तान की कड़ी निंदा की जो सीमा पार आतंकवाद को नीतिगत औजार के रूप में इस्तेमाल करता है और आतंकवादियों को पनाह देता है.