नई दिल्ली:– Perseverance Rover को 2020 में लॉन्च किया गया था और यह फरवरी 2021 में मंगल ग्रह की सतह पर मौजूद जेजेरो क्रेटर के पास सफलतापूर्वर उतरा था. अब तक इसमें मंगल पर 37 किमी से ज्यादा का सफर तय कर चुका है. इस तस्वीर को खींचने के लिए पर्सिवियरेंस ने अपने SHERLOC नाम के डिवाइस का इस्तेमाल किया. इस डिवाइस को रोवर के रोबोटिक हाथ पर लगा है. SHERLOC का इस्तेमाल सतह पर मौजूद चीजों और उनकी बनावट को नजदीक से देखने के लिए किया जाता है. WATSON नाम का एक कैमरा SHERLOC के साथ मिलकर काम करता है.
मंगल पर क्या मिला?
नासा के पर्सिवियरेंस रोवर ने मंगल ग्रह पर एक ऐसी चट्टान की तस्वीर ली है जो देखने में कछुए जैसी लगती है. मंगल ग्रह पर चट्टानों और मिट्टी की तस्वीरें लेना उसके इतिहास को समझने के लिए बहुत जरूरी है. सतह के पैटर्न को देखर वैज्ञानिक पता लगा सकते हैं कि यह ग्रह कैसे बना, यहां की हवा कैसी है और रेत के टीले कैसे बने और खनिज कैसे जमा हुए. SHERLOC और WATSON कैमरा सिस्टम वैज्ञानिकों को इन पैटर्न को बेहतर तरीके से समझन में मदद करते हैं.
इसमें कितने कैमरे लगे हैं?
Perseverance Rover में कुल 23 कैमरे लगे हैं. हालांकि इनमें से 23 कैमरों को 2021 की शुरुआत में मंगल पर उतरने के लिए बनाया गया था. बाकी 16 कैमरे नेविगेशन, इंजीनियरिंग और वैज्ञानिक कामों को पूरा करते हैं . इन्हीं में से एक मास्टकैम-जेड कैमरे का इस्तेमाल रोवर अपनी ज्यादातर मशहूर तस्वीरें लेने के लिए करता है. मंगल पर ‘कछुए’ जैसी तस्वीर लेने के लिए पर्सिवियरेंस ने अपने SHERLOC डिवाइस का इस्तेमाल किया. इसके अलावा इसमें WATSON हाई-रिजॉल्यूशन कैमरा है जो उन चीजों की तस्वीर लेता है जिन पर SHERLOC अल्ट्रावॉयलेट लाइट डालता है.
अब तक की मशहूर तस्वीरें
इस रोवर का WATSON कैमरा इतनी साफ तस्वीरें लेता है कि वैज्ञानिक मंगल ग्रह की चट्टानों और मिट्टी को बहुत ही बारीकी से देख सकते हैं. यह पहली बार नहीं है जब Perseverance Rover ने कई दिलचस्प चट्टान देखी है. पिछले साल रोवर ने मंगल ग्रह की बहुत साफ तस्वीरें ली थी जिसमें चमकीली नीली चट्टानें दिखाई दे रही थीं. इसमें वैज्ञानिकों के मन में लाल ग्रह के इतिहास को लेकर कई सवाल उठे थे. साल की शुरुआत में इसने मंगल पर एक ‘खोपड़ी’ की तस्वीर ली थी. हालांकि यह असली नहीं थी बस अलग-अलग तरह की चट्टानों का हिस्सा थी.