छत्तीसगढ़ :– बहुचर्चित शराब घोटाले में एक और चालान पेश किए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जांच एजेंसियों पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि एजेंसियां पहले यह तय कर लें कि घोटाले की वास्तविक राशि आखिर कितनी है, क्योंकि कभी 3 हजार करोड़ तो कभी साढ़े 3 हजार करोड़ रुपये का आंकड़ा सामने रखा जा रहा है।
‘आरोपों में ही नहीं है स्पष्टता’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जांच एजेंसियों द्वारा अब तक लगभग 200 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है, जो पूरी तरह पैतृक संपत्ति बताई जा रही है। उन्होंने यह भी दावा किया कि चैतन्य बघेल का नाम पहले की सात चार्जशीट में शामिल नहीं था, जबकि अब आठवीं चार्जशीट में नाम जोड़ा गया है।
व्हाट्सएप चैट के आधार पर आरोप का दावा
भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि केवल दो लोगों के बीच हुए व्हाट्सएप चैट को आधार बनाकर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने इसे एक सुनियोजित षड्यंत्र करार देते हुए कहा कि इसका उद्देश्य उन्हें, उनके परिवार और कांग्रेस पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाना है।
मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप
रायपुर में हालिया पुलिस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि बांग्लादेश में हुई हिंसा की घटना के बाद राजधानी में अभियान चलाकर करीब 100 लोगों को हिरासत में लिया गया, जो असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश है।
‘हिरासत में लिए गए लोग स्थानीय निवासी’
उन्होंने दावा किया कि हिरासत में लिए गए सभी लोग स्थानीय हैं और हज यात्रा की तैयारी में थे। मोबाइल नेटवर्क को लेकर अन्य ऐप्स के उपयोग के आधार पर उन्हें बांग्लादेशी या रोहिंग्या बताया जाना पूरी तरह गलत है।
