नई दिल्ली:– किसानों की कर्जमाफी और सातबारा कोरा करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस गृहनगर नागपुर में शुरू हुए पूर्व विधायक बच्चू कडू की अगुवाई वाले आंदोलन ने दूसरे दिन भी उग्र रूप धारण कर लिया. 36 घंटे से ज्यादा समय से बंद वर्धा रोड सहित 4 प्रमुख हाईवे बुधवार शाम 6 बजे तक खाली करने का आदेश बंबई हाई कोर्ट की नागपुर पीठ ने दिया था, लेकिन आंदाेलनकारी किसान अभी सड़क पर डटे हुए हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को प्रहार जनशक्ति पार्टी के नेता बच्चू कडू से अपील की कि धरना प्रदर्शन करने के बजाय वह सरकार के साथ किसानों के मुद्दों पर चर्चा करें। पुणे में उन्होंने कहा कि प्रदर्शन से जनता को असुविधा होगी और जिसका फायदा ‘निहित स्वार्थों द्वारा उठाए जाने की आशंका होती है।
आज मुंबई में होगी फडणवीस-कडू की चर्चा
सीएम फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के मुद्दों के प्रति सकारात्मक रुख अपनाया है। देर रात तक उन्होंने कडू से चर्चा करने के लिए भेजे गए दोनों राज्य मंत्री द्वय से संपर्क किया, इसमें कुछ हद तक सफलता भी मिली जब कडू ने गुरुवार को मुंबई में मुख्यमंत्री से मिलकर चचर्चा करने की तैयारी दिखाई।
सीएम ने आंदोलनकारियों से आग्रह किया कि वे सरकार पर भरोसा करें, उनकी सभी वाजिय मागी को पूरा किया जाएगा। राज्य ने पहले ही किसानों के लिए 32,000 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा कर दी है।
कर्ज माफी की मांग पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस मुद्दे पर विचार के लिए पहले ही एक समिति गठित कर दी है। फिलहाल हमारी प्राथमिकता भारी बारिश से नुकसान झेलने वाले किसानों की मदद करना है। हमने कभी नहीं कहा कि हम कृषि कर्ज माफी के खिलाफ हैं। किसानों से जुड़े हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है।
जरांगे आ रहे नागपुर
आंदोलन स्थल पर भारी गुस्सा देखा जा रहा है और प्रदर्शनकारियों ने वर्धा, चंद्रपुर मार्गों सहित शहर में आने वाले चार प्रमुख राजमागों को अवरुद्ध कर दिया है। इस किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए मराठा समाज के नेता मनोज जरांगे भी देर रात नागपुर की और रवाना हुए। वे आज नागपुर पहुंचेंगे और उनके यहां आने के बाद आंदोलन के और भी भड़कने की संभावना है।
