नई दिल्ली : मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याएं आम हैं, जो किसी भी उम्र में हो सकती हैं. इसके कई कारण हो सकते हैं, जिसमें आनुवंशिकी, जीवन के अनुभव और तनाव शामिल है. मानसिक सेहत का ठीक रहना बेहद जरूरी है. यह सोचने, महसूस करने और व्यवहार करने के तरीके को प्रभावित कर सकता है. आज के दौर में कई लोग मानसिक परेशानी से जूझ रहे हैं, लेकिन उनको इसके लक्षणों के बारे में पता ही नहीं होता है. इस वजह से मानसिक सेहत हर नए दिन के साथ बिगड़ने लगती है.
मेंटल हेल्थ बिगड़ने के लक्षण
मनोदशा में बदलाव
लगातार उदासी, चिंता या चिड़चिड़ापन महसूस करना, खुशी, उत्साह का अभाव, ये सब मानसिक स्वास्थ्य में खतरे का संकेत हो सकते हैं.
सोने में परेशानी
अनिद्रा या अत्यधिक नींद, थकान महसूस करना ये सब मानसिक तनाव या अवसाद का संकेत हो सकते हैं.
भूख में बदलाव
भूख में अचानक कमी या वृद्धि, वजन में बदलाव, ये सब चिंता या अवसाद का लक्षण हो सकते हैं.
एकाग्रता में कमी
काम पर ध्यान केंद्रित करने में परेशानी, याददाश्त कमजोर होना, निर्णय लेने में कठिनाई. ये सब मानसिक स्वास्थ्य में खतरे का संकेत हो सकते हैं.
आत्महत्या के विचार
आत्महत्या के बारे में सोचना, मरने की इच्छा होना, ये सबसे गंभीर खतरे की घंटी है.
मेंटल हेल्थ बिगड़ने से होने वाली समस्याएं
डिप्रेशन
डिप्रेशन एक ऐसी समस्या है, जो उदासी, तनाव या निराशा की स्थिति पैदा कर सकता है. यह थकान, भूख में बदलाव, नींद में परेशानी, एकाग्रता में कमी और आत्महत्या के विचारों सहित कई लक्षणों का कारण बन सकता है.
बाइपोलर डिसऑर्डर
बाइपोलर डिसऑर्डर एक मूड विकार है, जो डिप्रेशन का कारण बन सकता है. यह स्थिति मेंटल हेल्थ पर गहरा प्रभाव डाल सकती है.
स्किज़ोफ्रेनिया
स्किज़ोफ्रेनिया एक गंभीर मानसिक बीमारी है, जो विचार, भावनाओं और व्यवहार में विकार पैदा कर सकती है. स्किज़ोफ्रेनिया वाले लोगों को रियलिटी से संपर्क खोने का अनुभव, भ्रम होना और व्यवहार में असंगतता हो सकती है.
बचाव के उपाय
मेंटल हेल्थ को ठीक करने के लिए अपनी बातों को अपने करीबियों से शेयर करना चाहिए. अपनी भावनाओं को शेयर करने से स्ट्रेस कम हो सकता है.
रोजाना पर्याप्त नींद लेना बेहद जरूरी है. इससे शरीर की कई समस्याओं से राहत मिल सकती है.
मेंटल हेल्थ के लक्षण दिखाई देने पर साइकेट्रिस्ट से काउंसलिंग करना बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है