नई दिल्ली : नवरात्रि में भक्त माता दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा करते हैं। मां दुर्गा के नौ स्वरूप उनके अलग अलग गुणों को दर्शाते हैं। देवी शक्ति का प्रतीक है और हर महिला अपने आप में एक शक्ति है। महिलाओं में भी नवदुर्गा का कोई न कोई स्वरूप समाहित होता है। कभी वह जगत जननी पार्वती तो कभी मां अन्नपूर्णा के स्वरूप में होती है। कभी आदिशक्ति मां दुर्गा तो कभी धन की देवी मां लक्ष्मी स्वरूपा बन जाती है।
भारत की महिलाएं तो घर परिवार, बच्चे संभालने के साथ ही दफ्तर और अपने कामकाज को भी बखूबी संभालती हैं। एक ईंट उठाने वाली मजदूर महिला हाथ में बच्चे लिए बोझ उठाए जीवोपार्जन करती हैं। देश के रक्षा विभाग से लेकर, उद्योग और राजनीति तक में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है।
बात करें भारतीय राजनीति की तो देश के सर्वोच्च पद यानी भारत के राष्ट्रपति पद पर एक महिला महामहिम द्रौपदी मुर्मू आसीन हैं। वहीं कई अन्य दिग्गज महिलाएं हैं, जो भारतीय राजनीति में अहम भूमिका में हैं। नवरात्रि के पावन पर्व पर ऐसी ही नौ महिलाओं के बारे में जानिए जो राजनीति में अहम योगदान दे रही हैं।
सोनिया गांधी
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी देश की सबसे बड़ी और पुरानी पार्टी में आज भी सबसे बड़ी भूमिका में हैं। सोनिया गांधी ने पार्टी की कमान उस समय संभाली जब 90 के दशक में यह लगभग खत्म होने की कगार पर थी। साल 2004 में लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत के बाद 2014 तक गठबंधन के सात पार्टी सत्ता में रही।
ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज के दौर में देश की सबसे मजबूत महिला राजनेताओं में एक हैं। ममता विपक्षी नेताओं में सबसे दमदार महिला नेता है। 2011 से वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पद पर हैं। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी लगातार तीन बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री नियुक्त हुईं।
निर्मला सीतारमण
देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 2006 से भारतीय जनता पार्टी से जुड़ी हैं और पार्टी में कई महत्वपूर्ण भूमिकाओं में रहीं। इसके पहले वह देश की रक्षा मंत्री भी रह चुकी हैं। 2019 से निर्मला सीतारमण वित्त मंत्री के पद भार को संभाल रही हैं।
आतिशी सिंह
दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी सिंह आम आदमी पार्टी की टाॅप नेताओं में शामिल हैं। वह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की विश्वसनीय लोगों में शामिल हैं। भ्रष्टाचार आंदोलन के दौरान 2012 में आम आदमी पार्टी के अस्तित्व में आने के बाद आतिशी सिंह राजनीति में आईं। इसके पहले दिल्ली सरकार में आतिशी शिक्षा सलाहकार भी रह चुकी हैं।
मायावती
उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा दल बहुजन समाज पार्टी है, जिसकी राष्ट्रीय अध्यक्ष एक महिला ही हैं। मायावती केवल पार्टी की अध्यक्ष ही नहीं, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं।
स्मृति ईरानी
भाजपा की महिला नेताओं का नाम आता है, तो उसमें स्मृति ईरानी का जिक्र करना बेहद जरूरी है। अभिनय की दुनिया से राजनीति में आईं स्मृति ईरानी बीजेपी की फायरब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री हैं। वह कांग्रेस के गण अमेठी से राहुल गांधी को चुनाव में हरा चुकी हैं। साल 2002 में स्मृति ईरानी ने भाजपा ज्वाइन की थी।
प्रियंका गांधी
इंदिरा गांधी की छवि माने जानें वाली प्रियंका गांधी कांग्रेस पार्टी में अहम भूमिका में हैं। वह मां सोनिया गांधी के बाद भाई राहुल के साथ पार्टी की कमान संभाल रही हैं। वर्तमान में पार्टी की जनरल सेक्रेटरी के पद पर कार्यरत प्रियंका गांधी ने सीधे तौर पर कोई चुनाव नहीं लड़ा बावजूद इसके वर्तमान भारतीय राजनीति में उनकी चर्चा बनी रहती है।
सुप्रिया सुले
एनसीपी नेता सुप्रिया सुले महाराष्ट्र राजनीति में एक दिग्गज सांसद बनकर उभरीं। सुले बारामती क्षेत्र से सांसद है और दिग्गज राजनेता व एनसीपी प्रमुख शरद पवार की बेटी हैं। सुप्रिया सुले ने साल 2006 में राज्यसभा सांसद के रूप में सक्रिय राजनीति में कदम रखा।2014 के चुनावों में महाराष्ट्र के बारामती से निर्वाचित हुईं।
महबूबा मुफ्ती
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पहली महिला थीं, जिन्हें राज्य में यह पद मिला। वह जम्मू कश्मीर पीपल डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष हैं। पिता मुफ्ती मोहम्मद सैयद के बाद महबूबा मुफ्ती को पार्टी के उत्तराधिकारी के तौर पर चुना गया था, तब से वह सक्रिय राजनीति में हैं।
वसुंधरा राजे
वसुंधरा राजे सिंधिया राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री हैं। सिंधिया राजघराने की सदस्य वसुंधरा 1984 में राजनीति में आईं। साल 2003 में बीजेपी की जीत के बाद उन्हें राजस्थान का मुख्यमंत्री पद मिला। 2008 तक सत्ता में रहने वाली वसुंधरा राजे 2013 विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद फिर मुख्यमंत्री नियुक्त हुईं और 2018 तक दूसरी बार इस पद पर रहीं।