नई दिल्ली:– नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के लिए नए सेटलमेंट साइकिल्स की घोषणा की है. अब ऑथराइज्ड और विवादित ट्रांजैक्शन के लिए अलग-अलग साइकिल्स लागू की जाएंगी. ये बदलाव RTGS यूजर्स के लिए अच्छी खबर है, जिन्हें पहले ट्रांजैक्शन करते समय सावधानी बरतनी पड़ती थी.
वर्तमान में UPI हर दिन RTGS के माध्यम से दस सेटलमेंट साइकिल प्रोसेस करता है, जिसमें प्रत्येक साइकिल में ऑथराइज्ड और विवादित दोनों तरह के सेटलमेंट शामिल होते हैं. बढ़ते ट्रांजैक्शन वॉल्यूम को देखते हुए अब फैसला किया गया है कि ऑथराइज्ड और विवादित सेटलमेंट को अलग-अलग प्रोसेस किया जाए ताकि डेली सेटलमेंट समय पर पूरा हो सके.
नई व्यवस्था के तहत अब 1 से 10 तक के सभी साइकिल्स में केवल ऑथराइज्ड ट्रांजैक्शन ही प्रोसेस होंगे, इनमें किसी भी तरह का विवाद शामिल नहीं होगा. मौजूदा कट-ओवर टाइमिंग्स और आरटीजीएस पोस्टिंग टाइमलाइन में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
विवादित ट्रांजैक्शन अब दिन में दो बार, यानी सेटलमेंट साइकिल 11 और 12 में प्रोसेस किए जाएंगे. इन साइकिल्स में सिर्फ डिस्प्यूट ट्रांजैक्शन शामिल होंगे. साथ ही NTSL फाइल नेमिंग कन्वेंशन में DC1 और DC2 आइडेंटिफायर्स 3जोड़े जाएंगे.
अन्य सेटलमेंट नियम जैसे टाइमिंग्स, रिकॉन्सिलिएशन रिपोर्ट्स और जीएसटी रिपोर्ट्स में कोई बदलाव नहीं होगा. इसी बीच NPCI ने पुराने @paytm UPI ID हैंडल्स से जुड़े सभी ऑटोपे मैंडेट्स को बंद करने की डेडलाइन भी दो महीने बढ़ाकर 31 अक्टूबर 2025 कर दी है.