मध्यप्रदेश:- वोटिंग के दौरान ही भिंड, मुरैना के इलाकों में जगह-जगह हंगामा, हिंसा, पथराव और गोलीबारी की खबरें सामने आईं थीं और अब चुनाव के बाद भी इसी तरह की खबरें अभी भी सामने आ रही हैं. चंबल के भिंड जिले से खबर आ रही है कि अटेर विधानसभ क्षेत्र में चुनाव के बाद दलितों पर हमला हुआ है.
अटेर क्षेत्र में चुनावी रंजिश के चलते एक दलित परिवार का घर जो कि कच्चा और झोपड़ीनुमा था, उसे जला दिया गया है. चुनावी रंजिश के चलते डोंगरपुरा गांव में दलितों के झोपड़ी में आगजनी की वारदात को अंजाम दिया गया है. इस मामले में बरोही थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है.
दरअसल 17 नवंबर को मध्य प्रदेश में मतदान हुआ था. मतदान के बाद डोंगरपुरा गांव में जॉनी जाटव के घर के बाहर बनी झोपड़ी में गांव के ही कुछ दबंग लोगों ने आग लगा दी थी. इसके साथ ही जानी जाटव के पड़ोस में रहने वाले केशव जाटव और उसके परिवार के साथ भी मारपीट की गई थी. केशव जाटव और जॉनी जाटव ने मारपीट का आरोप गांव के ही अरविंद समेत अन्य दबंग लोगों पर लगाया था. पीड़ितों का इस बात का भी आरोप है कि अटेर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी अरविंद भदौरिया के लिए जब बूथ कैप्चर नहीं करने दिया गया तो उनके साथ यह वारदात की गई.
इस मामले में पुलिस द्वारा जब एफआईआर दर्ज नहीं की गई तो दलित समाज के लोग बरोही थाने पहुंच गए. इस बात की जानकारी जब अटेर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे को मिली तो वह भी बरोही थाने पहुंच गए और एफआईआर दर्ज करने की मांग करने लगे. जिसके बाद बरोही थाने में अरविंद और राजकुमार समेत 8 आरोपियों के खिलाफ धारा 147 148 149 452 435 294 323 और एससी-एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है.
क्या कहना है पीड़ित और पुलिस का
पीड़ित केशव जाटव ने कहा कि विधानसभा के चुनाव में मेरे गांव डोंगरपुरा के जो दबंग ठाकुर है वह मंत्री अरविंद भदौरिया के लिए चुनाव डंप करना चाहते थे. हमने ऐसा नहीं होने दिया. वह मंत्री अरविंद भदौरिया के लिए डंप नहीं कर पाए इस वजह से उन्होंने दलितों के घर पर हमला कर दिया. मारपीट की जातिगत अपमानित किया और घर में आग लगा दी. अंबेडकर की मूर्ति तोड़ना चाह रहे थे लेकिन मैं दरवाजे पर अढ़ गया उन्होंने मेरी और मेरी पत्नी की मारपीट की.