भोपाल:- केंद्रीय मंत्री किरेन रीजिजू ने अरुणाचल पश्चिम लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी बीजेपी के उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. चुनाव अधिकारियों ने बताया कि किरेन रिजिजू ने पश्चिमी सियांग जिले के मुख्यालय आलो में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. इस बीच किरेन रिजिजू संसद का अपने कार्यकाल के दौरान पार्लियामेंट में सबसे ज्यादा अनुपस्थिति चर्चा का विषय बन गया है.
संसद की भागीदारी में किरेन रीजिजू की प्रदर्शन खराब
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार अरुणाचल प्रदेश से बीजेपी सांसद किरेन रीजिजू ने पांच साल के कार्यकाल के दौरान हुई 273 बैठकों में से केवल 0.4 फीसदी में ही उपस्थित रहे. इस दौरान उन्होंने एक भी सवाल नहीं पूछा. संसद की भागीदारी में उनका यह खराब प्रदर्शन उनके योगदान पर सवाल खड़ा करता है.
दूसरी ओर अरुणाचल पूर्व के सांसद तापिर गाओ ने पिछले 5 वर्षों में 102 सवाल पू्छकर 92.7 फीसदी की अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज की है. रिपोर्ट के अनुसार अरुणाचल प्रदेश के सांसदों ने राज्य और राष्ट्र से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर बहस और चर्चा में भाग लेने में भी अन्य पूर्वोत्तर राज्यों के सांसदों की तुलना में खराब प्रदर्शन किया है.
17वीं लोकसभा में किसने पूछा कितना सवाल?
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार असम के सांसदों ने 148, मेघालय के सांसदों ने 120, अरुणाचल प्रदेश के सांसदों ने 51 और मणिपुर के सांसदों ने 25 सवाल पूछे. 17वीं लोकसभा में जून 2019 से फरवरी 2024 को दौरान 15 सत्र आयोजित किए गए.
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए नामांकन दाखिल करने के दौरान केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के साथ मुख्यमंत्री पेमा खांडू और अन्य स्थानीय बीजेपी विधायक उम्मीदवार भी थे. अरुणाचल प्रदेश में 19 अप्रैल को पहले चरण में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए एक साथ मतदान होगा.
अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए दो जून को मतगणना होगी। वहीं, चार जून को लोकसभा चुनाव की मतगणना की जाएगी।