नई दिल्ली:– डेंगू और मलेरिया का उपचार नई गाइडलाइन के अनुसार करना होगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग जिले के 40 निजी डाक्टर और 30 सरकारी डॉक्टरों काे प्रशिक्षण देगा। जिससे डेंगू और मलेरिया के मरीजों का उपचार बेहर तरीके से हो सके। संचारी रोगों की रोकथाम के लिए भी जरूरी दिशा निर्देश दिए जाएंगे।
वर्षा के बाद जलभराव की समस्या बन जाती है। इस दौरान डेंगू व मलेरिया जैसे संचारी रोगों का खतरा बढ़ जाता है। मानसून शुरू होने वाला है। ऐसे ममें स्वास्थ्य विभाग ने संचारी रोगों को निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। विभाग 17 जून को डॉक्टरों को प्रशिक्षण देगा।
14 दिन खिलानी होगी दवा
कई दवा मलेरिया में पहले पांच दिन खिलाई जाती थी, लेकिन नई गाइड लाइन के अनुसार अब यह दवा जांच के बाद 14 दिन खिलानी होगी। जिले में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के प्रति लोगों का जागरूक किया जाएगा। वह अपने घर व आसपास में जलभराव न होने दें।
मरीजों की स्क्रीनिंग करने के पहले से ही निर्देश दिए गए हैं। इसमें गाजियाबाद व ट्रांस हिंडन आइएमए के पदाधिकारियों को भी बुलाया गया है। मेरठ मेडिकल कालेज की एसोसिएट प्रोफेसर डा. अनुपमा वर्मा प्रशिक्षण देंगी।
अब तक कितने मिले केस?
अभी तक डेंगू के पांच और मलेरिया के 21 केस मिल चुके हैं। जबकि पिछले वर्ष डेंगू के 190 से अधिक मरीज मिले थे। जिला मलेरिया अधिकारी जीके मिश्रा ने बताया कि यह प्रशिक्षण दो दिन होगा। इससे डेंगू मलेरिया की रोकथाम में मदद मिलेगी।