नई दिल्ली:– लखनऊ में पकड़ी गई कोडीन युक्त कफ सिरप की आपूर्ति उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुई। वहां से सीमावर्ती जिलों और बिहार के रास्ते नेपाल भेजी गई हैं। पश्चिम बंगाल के जरिए बांग्लादेश तक दवाओं की आपूर्ति हुई है। इसके पुख्ता सबूत मिलने के बाद शनिवार को कंपनियों के निदेशकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
लखनऊ में दवाएं पकड़े जाने के बाद ही अमर उजाला ने 12 अक्तूबर के अंक में सिरप और टैबलेट के जरिए फैल रहा नशे का कारोबार शीर्षक से खबर प्रकाशित किया। इस खबर में पूरे नेटवर्क का खुलासा किया। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम ने जिलेवार जांच की तो खबर सही निकली। विभाग की जांच में यह पता चला कि लखनऊ फर्म अर्पिक फार्मासियूटिकल और ईधिका लाइफसाइंसेज ने कोडीन युक्त सिरप अवैध बिल के जरिए तमाम फर्मों तक पहुंचाया। इसमें कुछ फर्म अवैध रूप से चल रही हैं तो कुछ का अस्तित्व ही नहीं है। जांच के दौरान यह भी पाया गया कि इस कंपनी ने दवाओं की बिक्री उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के साथ ही बिहार और पश्चिम बंगाल में भी किया है। आपूर्ति संबंधी बिल के सत्यापन के लिए कंपनी को नोटिस जारी किया गया, लेकिन कंपनी ने कोई जवाब नहीं दिया।
फर्जी बिल, गलत लाइसेंस नंबर से हुई दवाओं की आपूर्ति
लखनऊ मंडल से सहायक आयुक्त ब्रजेश कुमार ने बताया कि दोनों फर्मों के दस्तावेजों की जांच के दौरान यह बात भी सामने आई कि दोनों फर्मों ने फर्जी बिलों एवं काल्पनिक लाइसेंसधारी व गलत लाइंसेंस नंबर के आधार पर भी कोडीनयुक्त सिरप की आपूर्ति और विक्रय किया। पहले भी इस कंपनी के खिलाफ कोडीनयुक्त सिरप को नशे के रूप में बेचने के मामले सामने आ चुके हैं। जांच में पता चला कि यह सिरप नशे के लिए ही उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों और अन्य राज्यों में भेजा जा रहा है। इसका संगठित गिरोह है। इसे औषधि के रूप में प्रयोग करने के बजाय नशे के रूप में ही बेचा जा रहा है।
संदिग्ध मेडिकल स्टोर की सघन जांच जारी
आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन डॉ रोशन जैकब ने बताया कि प्रदेश में निरंतर जांच अभियान चल रहा है। जिन राज्यों में दवाओँ की आपूर्ति होने के सबूत मिले हैं, वहां भी अवगत कराया गाय है। अब तक 115 नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। 16 एफआईआर दर्ज कर 6 को गिरफ्तार किया गया है। 25 मेडिकल स्टोर्स पर कोडीन युक्त सिरप एवं नॉरकोटिक औषधियों की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है।
