व्हाइट ब्रेड, असल में प्रोसेस्ड आटे से तैयार किया जाता है और इस तरह के आटे को स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार से हानिकारक पाया गया है। प्रोसेस्ड आटे से चोकर यानी उसकी लगभग सभी पौष्टिकता को निकाल दिया जाता है यही कारण कि इससे आपका पेट तो भर जाता है पर इससे शरीर को फायदा नहीं मिल पाता है। आइए जानते हैं कि अधिक मात्रा में व्हाइट ब्रेड क्यों नहीं खाना चाहिए?
व्हाइट ब्रेड क्यों नहीं खाना चाहिए? ब्रेड वैसे तो कई प्रकार की हो सकती है, जिन्हें लोग विभिन्न सामग्रियों का उपयोग करके अलग-अलग तरीकों से बनाते हैं। जहां एक तरफ व्हाइट ब्रेड को सेहत के लिए हानिकारक पाया गया है, वहीं कई और प्रकार के ब्रेड शरीर के लिए लाभकारी भी हो सकते हैं। ग्रेन ब्रेड, जिसे ब्राउन ब्रेड के नाम से भी जाना जाता है, इसका सेवन करना हमारे लिए लाभकारी हो सकता है।
: स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, व्हाइट ब्रेड के रोजाना सेवन से परहेज किया जाना चाहिए, आइए जानते हैं कि इससे सेहत को किस प्रकार से नुकसान होने का खतरा हो सकता है।
वजन बढ़ने का खतराHealth Tips : व्हाइट ब्रेड से होने वाला सबसे बड़ा खतरा वजन बढ़ने का होता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि व्हाइट ब्रेड का ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है इससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है जोकि आपके वजन को भी बढ़ाने वाली हो सकती है। व्हाइट ब्रेड में स्टार्च की मात्रा भी अधिक होती है और होल ग्रेन वाली ब्रेड के विपरीत, व्हाइट ब्रेड में फाइबर भी नहीं होता है।
डायबिटीज रोगियों को नहीं खाना चाहिए ब्रेडHealth Tips : स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं अगर आपको डायबिटीज की समस्या है तो भी व्हाइट ब्रेड का सेवन कम करना चाहिए। डायबिटीज के लिए इसके जोखिमों को दो कारण हैं, पहला इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है जो तेजी से ब्लड शुगर बढ़ाने का कारण बन सकता है वहीं दूसरी ओर इसमें फाइबर की मात्रा भी कम होती है जिसके कारण भी ब्लड शुगर बढ़ सकता है।
हार्ट डिजीज और स्ट्रोक का खतराHealth Tips : ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक नए अध्ययन से पता चलता है कि अधिक मात्रा में प्रोसेस्ड अनाज वाली चीजें (जैसे व्हाइट ब्रेड) हृदय रोग, स्ट्रोक और दिल के दौरे के खतरे को बढ़ा सकते हैं। वैज्ञानिकों ने पाया कि जो लोग प्रतिदिन प्रोसेस्ड अनाज वाली चीजें अधिक मात्रा में खाते हैं, उनमें स्ट्रोक का जोखिम 47% हो सकता है।