नई दिल्ली। कैंसर जैसी घातक बीमारी को लेकर लोगों में जागरूकता कम, डर की भावना अधिक देखने को मिलती है। जबकि वास्तव में सही जानकारी और उचित इलाज से न सिर्फ इसका निदान संभव है बल्कि इसके जोखिम से भी बचाव किया जा सकता है। हमारा यह आर्टिकल इस दिशा में छोटा सा प्रयास है, जहां हम आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं, जिनके सेवन से कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है।
बता दें कि हमने इस बारे में लखनऊ के जनरल फिजिशियन डॉ. बृजेंद्र सिंह से बात की है और उनसे मिली जानकारी आपके साथ शेयर कर रहे हैं। डॉ. बृजेंद्र सिंह बताते हैं कि शरीर में कैंसर विकसित होने के पीछे आनुवंशिकी से लेकर व्यक्ति की उम्र, शरीर का वजन और विषाक्त पदार्थों के संपर्क जैसे कई कारक जिम्मेदार हो सकते हैं। इनमें से कई कारक ऐसे हैं जिन पर व्यक्ति का नियंत्रण संभव नहीं है, पर वहीं कई सारे ऐसे कारक भी हैं, जिन पर नियंत्रण कर कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है।
डॉ. बृजेंद्र सिंह आगे बताते हैं कि व्यक्ति का आहार और जीवनशैली इनमें से दो प्रमुख कारक हैं जिनको संयमित कर कैंसर के जोखिम से बचाव किया जा सकता है। बात जब आहार की हो तो ऐसे भोजन से बचाव जरूरी है जो शरीर में कैंसर पनपने की वजह बन सकते हैं, जैसे कि फास्ट फूड, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स और दूसरे हानिकारक खाद्य पदार्थ। साथ ही आहार में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करना आवश्यक है जो कैंसर कोशिकाओं को पनपने से रोक सके। चलिए ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में जरा विस्तार से जानते हैं।
सिट्रस फ्रूट
संतरे, नींबू, कीनू और अंगूर जैसे सिट्रस फ्रूट में हाई फाइबर, विटामिन सी और फ्लेवोनोइड के साथ एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। ऐसे में इनका नियमित रूप से सेवन कैंसर के रोकथाम में सहायक माना जाता है। इस दिशा में किए रिसर्च बताते हैं कि खट्टे फलों के सेवन से कुछ प्रकार के कैंसर का खतरा कम हो सकता है, जैसे कि पाचन, अग्न्याशय, पेट और श्वसन तंत्र से जुड़े के कैंसर।
टमाटर
टमाटर में पाया जाने वाला लाइकोपीन नामक यौगिक इसे चटक लाल रंग देने के साथ ही कैंसर रोधी गुणों के लिए जाना जाता है। बता दें कि मेडिकल क्षेत्र में किए गए अध्ययनों में पाया गया है कि टमाटर के जरिए लाइकोपीन के अधिक सेवन से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम हो सकता है। ऐसे में अपने आहार में टमाटर के सेवन को बढ़ाने के लिए सैंडविच, सलाद, सॉस या दूसरे व्यंजनों में शामिल करके कर सकते हैं।
हरी सब्जियां
हरी सब्जियों के खाने के फायदों के बारे में आमतौर पर सभी जानते हैं, पर ये कैंसर रोधी गुणों से भरपूर होता है यह कम ही लोगों को पता है। बता दें कि हरी पत्तेदार सब्जियों में फाइटोकेमिकल्स काफी अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं, जो कि खासतौर पर कैंसर से लड़ने में मददगार माना जाता है। इस तरह से देखा जाए हरी पत्तेदार सब्जियों को आहार में शामिल कर कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।
हल्दी
हल्दी अपने स्वास्थ्यवर्धक गुणों के लिए जाता है। इसमें पाए जाने वाला करक्यूमिन एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट के तौर पर काम करता है। ऐसे में करक्यूमिन की मौजूदगी के चलते हल्दी कैंसर रोधी खाद्य पदार्थ माना जाता है। इस दिशा में किए गए शोध बताते हैं कि करक्यूमिन उन घावों के प्रभावों को कम कर सकता है, जो आगे चलकर कैंसर का खतरा उत्पन्न कर सकते हैं।
अलसी के बीज
अलसी के बीज में हाई फाइबर के साथ-साथ ही हेल्दी फैट्स पाए जाते हैं जो दिल के साथ ही आपकी पूरी सेहत के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। वहीं शोध बताते हैं कि कैंसर के विकास को कम करने और कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने में अलसी के बीज मददगार होते हैं।
इनके साथ ही गाजर, ब्रोकली, बीन्स, नट्स, दालचीनी और ऑलिव ऑयल जैसे खाद्य पदार्थ भी कैंसर रोधी गुणों के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में आप इन्हें अपने आहार में शामिल कर कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं।
गौरतलब है कि आहार और जीवनशैली के अलावा बहुत सारे कारक होते हैं, जो कैंसर के लिए जिम्मेदार होते हैं। ऐसे में आहार में किया गया परिवर्तन एक सीमा तक ही कैंसर के जोखिम से बचाव कर सकता है। इसलिए स्पष्ट कर दें कि इन खाद्य पदार्थों का सेवन कैंसर के जोखिम से बचाव में सीमित रूप से प्रभावित होते हैं।