उत्तर प्रदेश :– 29 मई 2025 को घरेलू LPG गैस सिलेंडर (14.2 किलो) की कीमतों में बदलाव हुआ है. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा जारी नई दरों में जिलावार अंतर देखा गया है. कुछ जिलों में जहां सिलेंडर 850.5 रुपये में मिल रहा है. वहीं कुछ जगहों पर यह 934.5 रुपये तक पहुंच गया है.
सबसे महंगा और सबसे सस्ता कहां है सिलेंडर?
राज्य में सबसे महंगा घरेलू LPG सिलेंडर चंदौली जिले में 934.5 रुपये का मिल रहा है. इसके बाद अंबेडकर नगर (933.5), आजमगढ़ (933), बलिया (933), बलरामपुर (932) जैसे जिलों में भी रेट काफी ऊंचे हैं. गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर (नोएडा), बागपत और मेरठ में LPG की कीमत सिर्फ 850.5 रुपये है, जो कि प्रदेश में सबसे सस्ती दर है.
प्रमुख जिलों में LPG सिलेंडर की कीमत
जिला कीमत
चंदौली ₹934.5
अंबेडकर नगर ₹933.5
गोरखपुर ₹915
लखनऊ ₹890.5
कानपुर नगर ₹868
बरेली ₹870.5
प्रयागराज ₹906
वाराणसी ₹916.5
मेरठ ₹850.5
गाजियाबाद ₹850.5
यूपी के अन्य जिलों की कीमतों की पूरी लिस्ट
प्रदेश के लगभग 70 से अधिक जिलों में घरेलू LPG सिलेंडर की कीमतें अलग-अलग हैं. यह अंतर ट्रांसपोर्टेशन चार्ज, स्टोरेज लागत और स्थानीय टैक्स की वजह से होता है.
मथुरा में रेट ₹862 है.
झांसी में ₹887
जालौन में ₹908.5
भदोही और जौनपुर में ₹916.5
सीतापुर में ₹898.5
यहां तक कि शामली और हापुड़ जैसे जिलों में भी सिलेंडर की कीमत ₹852 के आसपास है, जो सस्ते रेट वाले जिलों में शामिल हैं.
क्यों होता है जिलों में रेट का फर्क?
रसोई गैस के रेट पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा तय किए जाते हैं, लेकिन लॉजिस्टिक्स, टैक्स और स्थानीय खर्चों के आधार पर हर जिले में इसकी कीमत अलग-अलग होती है. जिन जिलों में पेट्रोलियम गोदाम नजदीक होते हैं, वहां ट्रांसपोर्ट लागत कम होने के कारण सिलेंडर सस्ते मिलते हैं, जबकि दूरवर्ती जिलों में यह महंगे हो जाते हैं.
क्या कीमतों में और बदलाव संभव है?
सरकारी कंपनी हर महीने एलपीजी की कीमतों की समीक्षा करती है. अंतरराष्ट्रीय क्रूड ऑयल की कीमतें, रुपये की डॉलर के मुकाबले स्थिति और सब्सिडी नीति इन कीमतों पर प्रभाव डालते हैं. इसलिए आने वाले जून महीने की शुरुआत में एक और रेट अपडेट देखने को मिल सकता है. उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे ऑफिशियल वेबसाइट या अपने गैस एजेंसी से अपडेट लेते रहें.
सब्सिडी की स्थिति क्या है?
वर्तमान में कुछ चुनिंदा लाभार्थियों को सब्सिडी दी जा रही है, लेकिन अधिकांश लोगों को गैर-सब्सिडी कीमत पर सिलेंडर खरीदना पड़ता है. सरकार की उज्ज्वला योजना के तहत कुछ लाभार्थियों को राहत दी जा रही है.