नई दिल्ली:– आजकल की तेज-रफ्तार जिंदगी में लोग तनाव और गुस्से का सामना कर रहे है। कभी काम का दबाव, कभी परिवारिक समस्याएं या फिर सामाजिक रिश्तों में उतार-चढ़ाव, इन सबके कारण गुस्सा आना एक सामान्य बात बन गई है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि बार-बार गुस्सा आने से आपका दिल गंभीर रूप से प्रभावित हो सकता है? डॉक्टरों का मानना है कि गुस्सा दिल की सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है, और यह दिल के दौरे के खतरे को बढ़ा सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं ज्यादा गुस्सा करने के नुकसान।
ज्यादा गुस्सा करने के नुकसान जानिए :
हाई ब्लड प्रेशर
एक्सपर्ट्स के अनुसार,ज्यादा गुस्सा करने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। आपको बता दें, गुस्से के दौरान शरीर में एड्रेनालिन हार्मोन का सीक्रेशन बढ़ता है, जिससे ब्लड प्रेशर तेजी से बढ़ता है। लगातार हाई ब्लड प्रेशर की स्थिति दिल की आर्टरीज को कमजोर कर सकती है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकती है। इसलिए ज्यादा गुस्सा करने से बचना चाहिए।
तनाव और गुस्से का क्या है संबंध
बता दें, जब हम गुस्सा करते हैं, तो हमारे शरीर में स्ट्रेस हार्मोन (कोर्टिसोल और एड्रेनालिन) का स्तर बढ़ जाता है। इससे हार्ट रेट तेज हो जाता है, ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और ब्लड वेसल्स सिकुड़ने लगती हैं। अगर यह कंडिशन बार-बार होती है, तो इससे दिल बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
हार्ट अटैक का खतरा
एक्सपर्ट्स की मानें तो, जो लोग अक्सर गुस्सा करते हैं, उनमें सामान्य लोगों की तुलना में हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा होता है, क्योंकि गुस्से की वजह से दिल की मांसपेशियों पर ज्यादा दबाव पड़ता है, जिससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है।
गुस्से को कैसे कंट्रोल करें?
क्योंकि, गुस्सा दिल के लिए हानिकारक है, इसलिए इसे कंट्रोल करना बहुत जरूरी है। कुछ उपाय जो आपको गुस्सा कम करने में मदद कर सकते हैं-
गहरी सांस लें
जब गुस्सा आए, तो 5-7 बार गहरी सांस लें। इससे मन शांत होगा और हार्ट रेट सामान्य होगी।
एक्सरसाइज और योग करें
नियमित योग, प्राणायाम और मेडिटेशन करने से मन शांत रहता है और गुस्सा कम होता है।
पूरी नींद लें
नींद की कमी से चिड़चिड़ापन बढ़ता है। 7-8 घंटे की नींद लेकर गुस्से को कंट्रोल किया जा सकता है।
पॉजिटिव सोचें
किसी भी स्थिति को शांति से समझने की कोशिश करें। नेगेटिव विचारों से दूर रहें।
प्रोफेशनल मदद लें- अगर गुस्सा बहुत ज्यादा हो रहा है, तो साइकोलॉजिस्ट या काउंसलर से सलाह लें।