दंतेवाड़ा:- बस्तर को बड़ी सौगात पीएम मोदी ने दी है. केशकाल घाटी में बायपास फोर लेन हाइवे बनाने के लिए 307. 96 करोड़ की स्वीकृति मंजूर की है. वन मंत्री केदार कश्यप ने ट्वीट कर छत्तीसगढ़ की जनता को इसकी खुशखबरी दी. केदार कश्यप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को धन्यवाद दिया है. केदार कश्यप ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में छत्तीसगढ़ विकास के रास्ते पर पूरी रफ्तार से आगे बढ़ रहा है.
केशकाल में बनेगा फोर लेन हाइवे:
बायपास फोरलेन की स्वीकृति मिलने पर केदार कश्यप ने खुशी जाहिर की है. वन मंत्री ने कहा कि इस स्वीकृति से बस्तर के विकास की रफ्तार बढ़ेगी और लोगों की परेशानी दूर होगी. वन मंत्री ने कहा कि ”केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 43 (नया NH-30) पर 11.380 किलोमीटर लंबाई वाले केशकाल बायपास को पेव्ड शोल्डर मानक के साथ 4 लेन में अपग्रेड करने के लिए 307.96 करोड़ रुपए की लागत के साथ स्वीकृति दी है. केदार कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता इस सौगात के लिए पीएम मोदी और नितिन गडकरी जी का आभार जताती है.
ट्रैफिक जाम से मिलेगी मुक्ति, सुरक्षित होगा सफर:
मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में सड़क बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में यह निर्माण सहायक साबित होगी. फोर लेन सड़क परियोजनाएं यातायात को सुगम और सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका में काम करेगी. केशकाल की यह 4 लेन सड़कें यातायात को सुगम सुव्यवस्थित बनाएंगी और यात्रा के समय को कम करेगी. इसके साथ ही सड़कें सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देंगी और दुर्घटनाओं की संभावना को कम करेगी. इस सड़क के निर्माण से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और व्यापार और वाणिज्य को सुविधाजनक बनाएगी.
रोड नेटवर्क होगा दुरुस्त:
वन मंत्री केदार ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 43 पर 4 लेन केशकाल बायपास के निर्माण से कनेक्टिविटी में सुधार होगा और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित होगी. खासकर केशकाल घाट खंड के चुनौतीपूर्ण इलाके में बायपास एक सुगम, भीड़ भाड़ रहित रास्ता देगा. फोर लेन बनने से हादसों में भी कमी आएगी. शहरी क्षेत्रों से भारी यातायात को हटाकर, बायपास शहरी सड़कों पर भीड़ भाड़ कम करने, प्रदूषण के स्तर को कम करने और दुर्घटनाओं के जोखिम को कम करने में मददगार होगा. शहर के भीतर पैदल चलने वालों और मोटर चालकों दोनों के लिए बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित होगी.