मध्यप्रदेश। विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, जल्द ही आचार संहिता लगने वाली है. ऐसे में पटवारी परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों को डर है कि उनकी नियुक्ति न रुक जाए. मध्य प्रदेश में पटवारी परीक्षा के करीब 8 हजार अभ्यर्थी नियुक्ति की राह देख रहे हैं. सरकार को ज्ञापन सौंपा जा चुका है. सड़कों के साथ ही सोशल मीडिया पर भी अभियान छिड़ा हुआ है. शिवराज सरकार से पटवारी नियुक्ति समेत कई मांगे की जा रही हैं.
ये हैं अभ्यर्थियों की प्रमुख मांगें
मध्य प्रदेश में पटवारी समेत कई परीक्षाओं के बावजूद भी अभ्यर्थियों की नियुक्ति रुकी हुई है. इसी को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन किया जा रहा है. सोशल मीडिया X पर मप्र का युवा मांगे रोजगार ट्रेंड कर रहा है. प्रदर्शनकारी युवाओं की प्रमुख मांगें ये हैं….
पटवारी भर्ती की जाँच रिपोर्ट शीघ्र पूर्ण हो और नियुक्ति की प्रक्रिया को पुनः शुरू किया जाए.
चयनित सब इंजीनियर्स की नियुक्ति की जाए वनरक्षक, जेल प्रहरी, पुलिस आरक्षक, ग्रुप 4, ग्रुप 5, ग्रुप 1 सब ग्रुप 1 शिक्षक वर्ग ॥ आदि परीक्षाओं के परिणाम अविलंब जारी किए जाएं और उनकी प्रक्रियाओं को आगे बढ़ाया जाए.
ASI, महिला पर्यवेक्षक, शिक्षक भर्ती वर्ग 2 एवं 3 तथा अन्य भर्तियों के नोटिफिकेशन अविलंब जारी किए जाए.
किसी भी भर्ती प्रक्रिया में अनियमितता पायी जाने पर शीघ्र जाँच हो और दोषियों को कड़ा दंड मिले लेकिन भर्ती प्रक्रियाओं को बाधित न किया जाए.
एक सप्ताह के अंदर इन माँगों को आदेश जारी कर पूर्ण किया जाए. अन्यथा अभ्यर्थी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल, प्रदर्शन, चुनाव बहिष्कार जैसे आंदोलनों के लिए मजबूर हो जाएंगे.
