नई दिल्ली:– महामारी के बाद ‘वर्क फ्रॉम होम’ कल्चर ने काम करने का तरीका बदल दिया, अब लोग बड़े शहरों में रहकर मोटा किराया देने के लिए मजबूर नहीं है, वो अब छोटे शहरों की ओर रुख कर रहे हैं. जहां पहले आईटी पेशेवरों और फ़्रीलांसर की दुनिया बेंगलुरु, मुंबई और दिल्ली-एनसीआर जैसे टियर-1 शहरों तक सीमित थी, वहीं अब यह ट्रेंड बदल रहा है. मेट्रो शहरों की तनावपूर्ण जिंदगी, भीड़-भाड़ से तंग आकर लोग टियर-2 और टियर-3 शहरों की जा रहे हैं. छोटे शहरों में कम लागत, बेहतर वर्क-लाइफ बैलेंस और बढ़ती डिजिटल कनेक्टिविटी इसे एक स्थायी विकल्प बना रही है.
टियर-3 शहर क्यों बन रहे हैं WFH का केंद्र?
मेट्रो शहरों की तुलना में इन शहरों में किराया, परिवहन और खाने-पीने का खर्च काफी कम होता है, जिससे लोगों की बचत बढ़ जाती है. यहां प्रदूषण भी कम हैं. सरकार की पहल और निजी कंपनियों के निवेश से अब टियर 3 शहरों में भी तेज इंटरनेट कनेक्टिविटी उपलब्ध हैं.
5 उभरते हुए टियर-3 शहर जो बन रहे हैं नए हब
उदयपुर
झीलों के शहर’ उदयपुर अपनी शांति, बेहतरीन मौसम और प्राकृतिक सुंदरता के लिए रिमोट वर्कर को अपनी ओर खींच रहा है. यहां रहने की लागत कम है और शांत माहौल काम करना अच्छा अनुभव देता है. साथ ही, यहां का पर्यटन उद्योग उन्हें वीकेंड गेटवे के कई विकल्प देता है.
वारंगल (Warangal), तेलंगाना
हैदराबाद के करीब स्थित वारंगल, आईटी और टेक हब के रूप में तेजी से आगे बढ़ रहा है. यह शहर उन पेशेवरों के लिए एक अच्छा विकल्प है, जो मेट्रो के पास रहकर भी कम लागत में जीवन जीना चाहते हैं. यह शहर किफायती रियल एस्टेट और विकसित हो रहे बुनियादी ढांचे के कारण ‘रिमोट वर्क करने वाले के बीच लोकप्रिय हो रहा है.
यहां शांति से भरी ज़िंदगी है और स्कूल-कॉलेज की सुविधाएं भी अच्छी हैं, इसलिए यह परिवारों को बहुत पसंद आता है. इंफोसिस जैसी बड़ी आईटी कंपनियों के होने से यहां का टेक्नोलॉजी से जुड़ा सिस्टम भी मजबूत हुआ है.
नासिक, महाराष्ट्र
नासिक मुंबई और पुणे दोनों से 4 घंटे की दूरी पर स्थित है, जो इसे पश्चिमी भारत के रिमोट वर्कर के लिए अच्छा विकल्प है. यहां का बेहतर मौसम और अपेक्षाकृत कम रियल एस्टेट लागत इसे आईटी पेशेवरों के लिए आकर्षक बनाती है.
तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु
यह शहर चेन्नई जैसे बड़े शहर के मुकाबले ज़्यादा शांत है और यहां रहने का खर्च भी बहुत कम है. त्रिची में कई बड़े और जाने-माने स्कूल-कॉलेज हैं, जिसकी वजह से यह शहर हुनरमंद लोगों का एक बड़ा केंद्र बन गया है. यहां कनेक्टिविटी भी अच्छी है और जीवन जीने का खर्च बहुत कम है.
