नई दिल्ली:– आयुर्वेद के अनुसार सही मात्रा में लिया गया नमक शरीर के लिए वरदान है, लेकिन नमक का अत्याधिक सेवन शरीर को बीमार कर देता है। अधिक नमक का सेवन हाई बीपी और दिल संबंधी रोगों का जनक बन सकता है। ये पित्त और कफ को असंतुलित कर देता है, जिससे जोड़ों में दर्द की परेशानी होने लगती है, तो चलिए जानते हैं कि अधिक नमक के सेवन करने के कितने दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार एक वयस्क को दिन में 5 ग्राम यानी एक चम्मच से अधिक नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। जानकारी के अनुसार भारत में औसतन लोग 10 से 15 ग्राम नमक का सेवन प्रतिदिन करते हैं। बहुत ज्यादा नमक खाना शरीर में कई समस्याएं पैदा कर सकता है।
किडनी को नुकसान
नमक के अधिक सेवन से किडनी की कार्यक्षमता पर प्रभाव पड़ता है। अगर लंबे समय तक नमक या नमक से बनी चीजों का सेवन किया जाए तो किडनी खराब हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि किडनी को सोडियम फिल्टर करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। लगातार बढ़ता बोझ किडनी को खराब कर सकता है।
बीपी की समस्या बढ़ाए
नमक का सेवन हाई बीपी और शरीर की सूजन को बढ़ाने का काम करता है। सोडियम की मात्रा रक्त में पानी की मात्रा को बढ़ा देती है और इससे कोशिकाओं पर अधिक दबाव बनता है। इससे बीपी बढ़ने लगता है। बीपी के साथ शरीर पर सूजन भी बढ़ने लगती है। जब किडनी पर बोझ बढ़ जाता है, तो चेहरे पर, आंखों के नीचे, और पैरों पर सूजन आ जाती है, जो संकेत देती है कि किडनी ठीक से काम नहीं कर रही।
हड्डियों को नुकसान
अधिक नमक का सेवन हड्डियों को भी कमजोर करता है और पेट में जलन पैदा करता है। जब शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है, शरीर में मूत्र के साथ कैल्शियम निकलना शुरू हो जाता है और हड्डियां अपनी ताकत खो देती हैं। ऐसे में जोड़ों में दर्द और घुटनों में दर्द की परेशानी होने लगती है।
नमक का सही मात्रा में सेवन है जरूरी
इससे बचने के लिए नमक का सेवन कम करें। खाने में काला नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर लगता है कि खाने में नमक कम है तो ऊपर से काले नमक का इस्तेमाल करें या स्वाद को ठीक करने के लिए नींबू भी डाल सकते हैं। इसके अलावा, सब्जी में थोड़ा सेंधा नमक भी मिलाएं। शरीर में अधिक नमक को संतुलित करने के लिए पानी भी लगातार पीते रहें।
