छत्तीसगढ़:· भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रविवार को नवी मुंबई के डी.वाई. पाटिल स्टेडियम में खेले गए रोमांचक फाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर इतिहास रच दिया। इस ऐतिहासिक जीत के साथ भारत ने पहली बार आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया।
देशभर में जश्न का माहौल है — हर गली, हर चौक, हर घर में “भारत माता की जय” और “टीम इंडिया जिंदाबाद” के नारे गूंज रहे हैं। सोशल मीडिया पर भारतीय बेटियों की इस अद्भुत सफलता की गूंज छाई हुई है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दी बधाई
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने टीम इंडिया की इस गौरवपूर्ण उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा —
“हमारी बेटियों ने इतिहास रच दिया है, हम विश्व विजेता बन गए हैं!
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने वर्ल्ड कप जीतकर एक नया इतिहास रच दिया है!
पूरे 140 करोड़ भारतीयों और पूरी टीम को इस अद्भुत व ऐतिहासिक प्रदर्शन के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ।
यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, यह हर भारतीय बेटी के सपनों, संघर्ष और आत्मविश्वास की जीत है — और हमारे देश की नारी शक्ति के साहस, समर्पण और दृढ़ संकल्प की मिसाल है।
जहाँ नारी आगे बढ़ती है, वहाँ इतिहास बनता है। ये विजय बताती है कि सशक्त नारी ही सशक्त भारत की पहचान है।”
मैदान में बेटियों का जलवा
कप्तान हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 7 विकेट पर 298 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया।
शफाली वर्मा ने 87 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली, जबकि स्मृति मंधाना ने 62 रन जोड़कर शानदार साझेदारी निभाई।
अंत में दीप्ति शर्मा और रिचा घोष ने तेज बल्लेबाजी करते हुए स्कोर को लगभग 300 के पार पहुंचाया।
जवाब में खेलने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम भारतीय गेंदबाजों के सामने टिक नहीं सकी और 45.3 ओवर में 246 रन पर सिमट गई।
भारत की ओर से दीप्ति शर्मा ने 3, जबकि रेणुका ठाकुर और पूजा वस्त्राकर ने 2-2 विकेट झटके।
हालांकि साउथ अफ्रीका की लौरा वोल्वार्ड्ट ने 101 रन की पारी खेली, लेकिन भारतीय गेंदबाजों के सामने बाकी खिलाड़ी टिक नहीं पाए।
दीप्ति और शफाली की चमक
दीप्ति शर्मा को शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ और शफाली वर्मा को ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ का सम्मान मिला।
जब हरमनप्रीत कौर ने विजेता ट्रॉफी उठाई, तो पूरा स्टेडियम तिरंगे में रंग गया।
यह जीत भारतीय महिला क्रिकेट के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गई है।
भारत की बेटियों ने दुनिया को दिखा दिया —
“हम किसी से कम नहीं, हम ही हैं भारत की असली शान!”
