जगदलपुर: आदिवासी मामलों की केन्द्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने छत्तीसगढ़ के बस्तर के बाबू सेमरा में स्थापित ड्राईफूड पार्क को पूरे देश में अनूठा बताते हुए कहा है कि इससे बस्तर के वन उत्पादों को देश-दुनिया में पहचान मिलेगी।
श्रीमती सिंह कल सेमरा स्थित ड्राईफूड पार्क का अवलोकन करने के लिए पहुंची थीं। उन्होंने यहां ड्राईफूड पार्क की विभिन्न इकाइयों का अवलोकन किया और वहां सभाकक्ष में आयोजित बैठक में यहां संचालित कार्यों की समीक्षा की।
केन्द्रीय राज्य मंत्री ने आदिवासी बहुल बस्तर क्षेत्र में स्थापित इस ड्राईफूड पार्क को आदिवासियों को आर्थिक रुप से समृद्ध करने और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने का एक बड़ा माध्यम बताया।
केन्द्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि बस्तर में उपलब्ध उच्च गुणवत्ता के कई वनोत्पाद प्राप्त होते हैं। इनमें महुआ, अमचुर, इमली आदि प्रमुख हैं। इसके साथ ही बस्तर में बड़े पैमाने पर काजू की पैदावार हो रही है। इन समस्त उत्पादों का यहां प्रसंस्करण किया जाएगा। इसके साथ ही यहां जामुन, आंवला, तिखुर जैसे कई अन्य वनोपजों का भी प्रसंस्करण किए जाने से वनोपज संग्राहक आदिवासियों को अधिक लाभ प्राप्त होगा।
श्रीमती सिंह ने कहा कि आदिवासियों के हितों के संरक्षण के लिए ड्राईफेड द्वारा निरंतर कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में वन-धन केन्द्रों का संचालन भी किया जा रहा है, जिसके माध्यम से वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी के साथ ही उनका प्रसंस्करण भी किया जा रहा है। इन वन-धन केन्द्रों के संबंध में अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किए जाने की आवश्यकता है, जिससे वनोपज संग्राहक अपने उत्पादों को उचित मूल्य पर विक्रय के लिए वन-धन केन्द्र पहुंच सकें।
उन्होंने इसके प्रचार-प्रसार में स्थानीय बोलियों के उपयोग को बढ़ावा दिए जाने पर जोर दिया। इस अवसर पर कलेक्टर रजत बंसल ने ड्राईफूड पार्क की स्थापना तथा संचालन में जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे सहयोग के संबंध में जानकारी दी। ड्राईफेड के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री पंडा ने ड्राईफेड की कार्यप्रणाली के संबंध में बताया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष वेदवती कश्यप, उपाध्यक्ष मनीराम कश्यप, पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, जगदलपुर के पूर्व विधायक संतोष बाफना सहित जनप्रतिनिधि एवं विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।