मध्यप्रदेश:- क्या आपके शरीर का तापमान भी हर सीजन में और हर परिस्थिति में गर्म ही बना रहता है. अगर अब तक आप इसे सामान्य मानते रहे हैं तो हो सकता है आप किसी बड़ी समस्या को अनदेखा कर रहे हों.
गर्मी के मौसम में जो लोग धूप में ज्यादा देर रहने के लिए मजबूर होते हैं या फिर ज्यादा देर गर्मी में ही रहते हैं उनका शरीर ज्यादा गर्म रह सकता है. इस कंडिशन को हाइपोथर्मिया भी कहते हैं लेकिन ये बुखार नहीं होता.
जिनका थायराइड का लेवल ज्यादा होता है उनका शरीर भी थोड़ा गर्म रह सकता है. इसके साथ पसीना भी आता हो, दस्त और घबराहट भी महसूस हों तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए और डॉक्टर को दिखाना चाहिए. शरीर में टी 3 और टी4 बढ़ने की वजह तापमान बढ़ सकता है.
कम उम्र के बच्चों या बुजुर्गों को भी ये शिकायत हो सकती है. स्कूली बच्चे अक्सर धूप में खेलते हैं और बिना एसी के कमरों में बैठते हैं. इसी तरह बुजुर्गों में इम्यूनिटी कम होने की वजह से तापमान ऊपर नीचे हो सकता है.
अगर अचानक से तापमान बढ़ा रहने लगा है तो ये किसी इंफेक्शन का संकेत भी हो सकता है. छाती या पेट के इंफेक्शन में अक्सर हल्का बुखार होता है जो इंफेक्शन की तरफ इशारा करता है.
अगर आपके किसी एक ही अंग का तापमान ज्यादा हो रहा है तो ये उस ऑर्गन में इंफेक्शन का इशारा है. इस हालत में डॉक्टर से जल्द संपर्क करना बेहतर होगा.