
गांधी जयंती पर बच्चों ने उकेरी प्रतिभा, कराए गांधी दर्शन
राजनांदगांव। जयंती के अवसर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी श्रद्धापूर्वक याद किए गए। इस दौरान विभिन वर्गों ने न सिर्फ बापू के विचारों को याद किया, बल्कि राष्ट्र विकास के लिए उनके बताए मार्गों पर चलने का संकल्प भी दोहराया। कई स्थानों पर स्वच्छता से संबंधित कार्यक्रम किए गए। जवाहर बाल मंच के प्रदेश अध्यक्ष कुलीसा मिश्रा एवं प्रदेश महासचिव, दुर्ग संभाग के प्रभारी प्रणव दास के मार्गदर्शन एवं जवाहर बाल मंच के जिला अध्यक्ष खिलेन्द्र वर्मा के नेतृत्व में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर विचारवान संस्था जवाहर बाल मंच के द्वारा स्कूलों में स्कूली बच्चों के मध्य निबंध व चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई।
गांधी जयंती के विशेष अवसर पर आयोजित निबंध व चित्रकला प्रतियोगिता का विषय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी थे, जिन पर स्कूलों बच्चों ने अपनी प्रतिभा दिखाई। निबंध व चित्रकला प्रतियोगिता के जरिए बच्चों ने बापू की श्रेष्ठता व महानता को बताने का प्रयास किया। बच्चों ने अपनी सोच से यह बताने का प्रयास किया कि महात्मा गांधी के नाम से मशहूर मोहनदास करमचंद गांधी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनैतिक नेता थे। सत्याग्रह और अहिंसा के सिद्धान्तों पर चलकर उन्होंने भारत को आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके इन सिद्धांतों ने पूरी दुनिया में लोगों को नागरिक अधिकारों एवं स्वतंत्रता आंदोलन के लिये प्रेरित किया। महात्मा गांधी समुचे मानव जाति के लिए मिशाल हैं। उन्होंने हर परिस्थिति में अहिंसा और सत्य का पालन किया और लोगों से भी इनका पालन करने के लिये कहा। उन्होंने अपना जीवन सदाचार में गुजारा। वह सदैव परंपरागत भारतीय पोशाक धोती व सूत से बनी शाल पहनते थे। सदैव शाकाहारी भोजन खाने वाले इस महापुरुष ने आत्मशुद्धि के लिये कई बार लम्बे उपवास भी रखे।