नई दिल्ली :– गर्मियों के मौसम ने पूरे देश में दस्तक दे दी है। चिलचिलाती हुई गर्मी का मौसम आते ही कंज्यूमर गुड्स कंपनियों ने सीजन में जमकर कमाई करने के लिए कमर कस ली है। अब ये कंपनियां देश में छोटे पैकेट को लेकर दांव लगाने वाली है। खास तौर पर 10 रुपये वाले पैकेट्स पर।
आपको ये सुनकर हैरानी होगी कि कंपनी 10 रुपये की ड्रिंक पर दांव लगा रही है, इसका क्या अर्थ हैं। फूड कंपनियां अब इस प्राइस में नए प्रोडक्ट्स और अलग-अलग तरह के सामान मार्केट में लेकर आने वाली है। कंपनियां छोटे पैकेट की मार्केटिंग और इसे बेचने पर ज्यादा ध्यान दे रही है। इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह यह है कि छोटे पैकेट की डिमांड काफी रहती है लोग उसे खरीदना काफी पसंद करते हैं और कंपनी इस मौके का फायदा इस गर्मी में जोरदार तरीके से उठाना चाहती हैं।
छोटे पैकेट की बढ़ी डिमांड
रसना ने 10 रुपए के पाउच में फ्रूट ड्रिंक कंसंट्रेट लॉन्च किया है। इससे 3 गिलास रसना बनाया जा सकता है। कंपनी के चेयरमैन पिरुज खंबाटा ने बताया कि इससे कम इनकम वाले लोग महंगे ब्रांड की तुलना में सस्ता ऑप्शन पा सकते हैं। इतना ही नहीं मदर डेयरी ने भी छोटे पैक को लॉन्च करने की तैयारी कर ली है। अब आपको मदर डेयरी में मैंगो लस्सी और पुदानी छाछ जैसे प्रोडक्ट भी मिल सकते हैं। इसके अलावा पेप्सिको ने भी हैदराबाद में शुगर फ्री वाली ड्रिंक भी 10 रुपए में पेश किया है।
आखिर क्यों कंपनियां बेच रही छोटे पैकेट
आपको बता दें कि 10 रुपए के पैकेट हमेशा से ही कंपनियों के स्ट्रेटेजी का एक अहम हिस्सा रहे हैं। इससे उन्हें कम रेट में समान खरीदने वाले ग्राहकों को अपनी ओर खींचने में मदद मिलती है। इसलिए कंपनियां कम रेट वाले छोटे पैकेज पर ज्यादा ध्यान दे रही हैं। इसपर एक्सपर्ट्स की राय है कि अभी माहौल थोड़ा मिला -जुला है।
कंपनियां छोटे पैकेज को बढ़ावा दे रही हैं ताकि लोग भी इसकी खरीदारी बार-बार की जा सकें। कैप्पा के आने के बाद से ही 10 रुपए के पैकेट से कंपनियां कॉम्पीटिशन में बनी रहेगी। इसपर मदर डेयरी के मैनेजिंग डायरेक्टर का कहना है कि गर्मी शुरू होते ही बेवरेज, आइसक्रीम और दही की डिमांड में पिछले साल की तुलना में 30 से 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।