नई दिल्ली:- पिछले महीने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जवाब में पाकिस्तान ने भारत की ओर ड्रोन और मिसाइल दागे. इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान पर पलटवार किया और उसके एयरबेस को निशाना बनाया.
हमले के दौरान भारतीय मिसाइलों ने पाकिस्तानी एयर डिफेंस को न सिर्फ चकमा दिया बल्कि उन्हें तबाह भी किया. एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय वायु सेना (IAF) ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की चीन द्वारा सप्लाई किए गए एयर डिफेंस सिस्टम को विफल करने के लिए लड़ाकू विमानों के रूप में डमी विमानों का इस्तेमाल किया था.
रिपोर्ट के मुताबिक 9-10 मई की रात को भारत ने 12 प्रमुख पाकिस्तानी वायु ठिकानों में से 11 पर हमला किया. हालांकि, मिसाइल हमलों की अपनी लहर शुरू करने से पहले, IAF ने पहले असली लड़ाकू विमानों की पहचान करने के लिए मानव रहित लक्ष्य विमान भेजे थे.
इंडियन डिकॉय ड्रोन शस्त्रागार
बता दें कि भारत के बंशी नाम का एक आयातित नकली ड्रोन है, जिसका इस्तेमाल भारतीय वायुसेना द्वारा जेट रडार सिग्नेचर की नकल करने के लिए किया जाता है. इसके अलावा डीआरडीओ के वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान (ADE) द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित लक्ष्य एक हाई स्पीड वाला पायलट रहित विमान है, जिसका उपयोग लड़ाकू विमानों/क्रूज मिसाइलों का अनुकरण करने के लिए किया जाता है.
लक्ष्य की मुख्य विशेषताएं
यह गैस टर्बाइन द्वारा संचालित है.
इसकी सबसोनिक स्पीड 850 किलोमीटर प्रति घंटे तक है.
लक्ष्य में 9000 मीटर की सर्विस सीलिंग है और इसकी रेंज 150 किलोमीटर है.
इसे जीरो-लेंथ लॉन्चर के माध्यम से लॉन्च किया जाता है.
इसे पैराशूट के जरिए रिकवर किया जा सकता है.
कैसे भारत के फेक ड्रोन ने पाकिस्तानी एयर डिफेंस को धोखा दिया?
भारतीय सेना ने मिसाइल हमलों से पहले बंशी और लक्ष्य लॉन्च किए गए. इसका उद्देश्य पाकिस्तानी रडार को ट्रिगर करना, अलर्ट करना और वायु रक्षा का खुलासा करना था. गौरतलब है कि जैसे ही यह फेक ड्रोन पाकिस्तान की सीमा में घुसे उसने इस तरह प्रतिक्रिया व्यक्त की जैसे उस पर हमला हो रहा हो, और इस प्रक्रिया में उसकी पूरी वायु रक्षा रणनीति उजागर हो गई.
भारत ने कैसे फेक ड्रोनों की मदद से अपना उद्देश्य हासिल किया
लक्ष्य ने वास्तविक जेट/मिसाइलों के उड़ान पथ और रडार प्रोफाइल का अनुकरण किया. वहीं, बंशी नकली ड्रोन जो राफेल, एसयू-30, यहां तक कि मिग जैसे दिखते थे यहां से उड़े और पाकिस्तानियों को एकजाल में फंसा दिया.
राफेल का भूत कहे जाने वाले बंशी ने पाकिस्तान की रक्षा को डरा दिया और रडार की स्थिति का खुलासा कर दिया और मिसाइल स्टॉक को बर्बाद कर दिया. बंशी ड्रोन एक इलेक्ट्रॉनिक नकल है, जो नकली सिग्नल प्रसारित करता है, यह दुश्मन के सिस्टम को हवा में फायरिंग करने के लिए प्रेरित करता है.
पाकिस्तान का रेस्पांस
लाहौर/रावलपिंडी के राडार जल उठे और PAF ने जेट विमानों को भेजा और HQ-9/SAM सिस्टम को सक्रिय कर दिया. पाकिस्तान ने जिन पर हमला किया, वे नकली ड्रोन थे- रिमोट, निहत्थे और सिमुलेशन के लिए बनाए गए.
पाकिस्तान ने रडार साइटों का खुलासा करते हुए, काल्पनिक स्थानों पर महंगी मिसाइलें दागीं और तैयारियां बेकार हो गईं. आतंकी शिविरों पर भारत के वास्तविक हमले काफी हद तक निर्बाध और अधिक प्रभावी रहे. पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने कई राफेल/सुखोई को मार गिराया.