नई दिल्ली:– पूर्वोत्तर रेलवे के छोटे स्टेशनों पर भी यात्रियों को एस्केलेटर और लिफ्ट की सुविधाएं मिलेंगी। रेलवे बोर्ड ने पूर्वोत्तर रेलवे के 58 अमृत भारत स्टेशनों पर लिफ्ट और एस्केलेटर लगाकर यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने की हरी झंडी दे दी है। अभी तक 38 एस्केलेटर और 51 लिफ्ट लगाई जा चुकी हैं।
87 एस्केलेटर और 69 लिफ्ट लगाई जा रही हैं। दो हजार करोड़ रुपये से पूर्वोत्तर रेलवे के अमृत भारत स्टेशनों का पुनर्विकास हो रहा है। जिसमें लखनऊ मंडल के 22, वाराणसी मंडल के 19 तथा इज्जतनगर मंडल के 17 स्टेशन शामिल हैं।
चार एस्कलेटर गोरखपुर जंक्शन, दो लखनऊ, दो बनारस, दो गोण्डा, दो गाजीपुर, दो छपरा, दो मऊ, दो सीदान, दो बस्ती, दो इज्जतनगर, दो बलिया, दो देवरिया सदर तथा दस गोमती नगर रेलवे स्टेशन पर लगाए जा चुके हैं। इसके अलावा आठ लिफ्ट गोरखपुर जंक्शन, तीन लखनऊ, छह बनारस, दो गोण्डा, दो गाजीपुर, तीन छपरा, दो मऊ, एक सिवान, दो बस्ती, दो खलीलाबाद, दो इज्जतनगर, दो सीतापुर, एक बरेली सिटी, दो ऐशबाग, नौ गोमतीनगर, दो वाराणसी सिटी तथा दो मैरवा रेलवे स्टेशन लगाई गई हैं।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 50 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर अमृत भारत स्टेशनों का पुनर्विकास हो रहा है। यात्रियों को उच्चस्तरीय सुविधाएं मिलेगी। स्टेशन पहुंचते ही यात्रियों को क्षेत्रीयता का अहसास हो जाएगा। अमृत भारत योजना में दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ स्टेशनों का विकास किया जा रहा है।
इसमें स्टेशन फसाड, सर्कुलेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल, दिव्यांगजन अनुकूल सुविधाएं, प्रसाधन, आवश्यकतानुसार लिफ्ट/एस्केलेटर, चौड़े फुट ओवर ब्रिज (एफओबी), पार्किंग एवं हरित ऊर्जा का उपयोग कर पर्यावरण अनुकूल भवन इत्यादि अत्याधुनिक सुविधाओं में विस्तार के लिए योजना तैयार की गई है।
अमृत भारत योजना में शामिल पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशन
गोरखपुर जंक्शन, गोमती नगर, बादशाहनगर, ऐशबाग, सीतापुर, बस्ती, मगहर, तुलसीपुर, खलीलाबाद, सिद्धार्थ नगर, बलरामपुर, लखीमपुर, बढ़नी, स्वामीनारायण छपिया, रामघाट हाल्ट, बहराइच, गोला गोकरननाथ, मैलानी, लखनऊ सिटी, डालीगंज, गोंडा, आनन्द नगर, वाराणसी सिटी, बनारस, बलिया, आजमगढ़, देवरिया सदर, मऊ, सीवान, बेलथरा रोड, गाजीपुर सिटी, सलेमपुर, कप्तानगंज, भटनी, मैरवा, सुरेमनपुर, थावे, छपरा, एकमा, मसरख, खोरासन रोड, लालकुआँ, कासगंज, फर्रुखाबाद, बरेली सिटी, कन्नौज, काशीपुर, पीलीभीत, बदायूँ, इज्जतनगर, बहेड़ी, हाथरस सिटी, गुरसहायगंज, किच्छा, रामनगर, टनकपुर, काठगोदाम एवं उझानी।
सिटी सेंटर के रूप में विकसित हो रहा गोरखपुर जंक्शन
अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत गोरखपुर जंक्शन को 498.97 करोड़ की लागत से सिटी सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। जहां यात्रियों को एयरपोर्ट की तरह सभी उच्चस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी। जंक्शन पर स्थानीय सांस्कृतिक विरासत एवं वास्तुकला को समाहित जा रहा है। जंक्शन पर ही बजट होटल और रेस्तरां की सुविधा मिल जाएगी।
यात्री मल्टीप्लेक्स में मूवी का आनंद उठा सकेंगे। मनमाफिक खरीदारी भी कर सकेंगे। जंक्शन पर प्रतिदिन 168000 यात्री आवागमन कर सकेंगे। गोरखपुर जंक्शन, बस स्टेशन और उत्तरी गेट का असुरन चौराहा आपस में फ्लाई ओवर से जुड़ जाएंगे। लोगों को सड़क पर चलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जंक्शन पर ही मेट्रो ट्रेन की भी सुविधा मिल जाएगी। इसके लिए परिसर में मेट्रो स्टेशन बनाया जाएगा। स्टेशन परिसर में कहीं भी यात्रियों की भीड़ नहीं दिखेगी।