
कवर्धा में मंगलवार को शहर बंद और धरना प्रदर्शन के बाद हिंसात्मक हमले हुए। इस हिंसात्मक हमले में शामिल 59 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वीडियो फुटेज देखकर इस घटना में शामिल लगभग 70 लोगों की पहचान कर ली गई है।
दुर्ग रेंज के आईजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि पुलिस की साइबर टीम वीडियो फुटेज देखकर इस घटना में शामिल अन्य लोगों की पहचान कर रही है। आईजी सिन्हा ने बताया कि यह घटना सुनियोजित तरीके से अस्थिरता फैलाने की साजिश थी। छग के अलग- अलग जिलों से उत्पात मचाने के लिए लोगों को बुलाया गया था।
आईजी ने बताया कि अभी तक की जांच में यह सामने आया है कि रायपुर, राजनांदगांव, धमतरी, मुंगेली और बेमेतरा से भी यहां बड़ी संख्या में लोग आए थे। उन्होंने ही उग्र प्रदर्शन, उपद्रव और तोड़फोड़ कर शहर में शांति, सांप्रदायिक सौहार्द्र को बिगाड़ा है। बंद के दौरान कवर्धा के चिह्नांकित वार्डों में उपद्रवियों ने घरों में ईंट- पत्थर फेंके और गाड़ियों में तोड़फोड़ की। उन्होंने बताया कि प्रशासन की टीम आरोपियों को चिह्नांकित कर रही है। मामले में अभी कार्रवाई जारी है।
उत्पातियों के खिलाफ एफआईआर
5 अक्टूबर को हुए बवाल को लेकर जांच में जुटी पुलिस ने उत्पातियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। पुलिस ने धारा 147, 294, 295, 332, 353, 427, 3 के तहत जुर्म दर्ज किया है। आईजी विवेकानंद सिन्हा का कहना है कि शहर में लागू धारा 144 को तोड़ने वाले व उपद्रव करने वाले सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
दंगाइयों की पहचान करने खंगाल रहे फुटेज
घटना को लेकर पुलिस की जांच जारी है। सोशल मीडिया व अन्य प्लेटफार्म पर वीडियो वायरल कर भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है। इसे रोकने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस ने घटना की पूरी वीडियो व फोटोग्राफी कराई है। उन वीडियो की फुटेज खंगाली जा रही है, ताकि दंगाइयों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर सकें।
बोड़ला : नेशनल हाईवे पर 7 किमी तक जाम
बवाल के बाद कवर्धा में कर्फ्यू लगा है। शहर में एंट्री को लेकर दिक्कत आ रही है, जिसके चलते रायपुर-जबलपुर नेशनल हाईवे पर आवाजाही प्रभावित रही। बोड़ला में बुधवार को नेशनल हाईवे पर करीब 7 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। नगर से ग्राम चोरभट्ठी तक हाईवे पर गाड़ियां ही गाड़ियां नजर आ रही थी। कई घंटे जाम रहने के बाद दोपहर 3 बजे पुलिस ने धीरे-धीरे ट्रैफिक को क्लीयर कराया।
कवर्धा में कर्फ्यू का असर नगर पंचायत बोड़ला में दिखाई नहीं दिया। नगर में बुधवार को दिनचर्या सामान्य रही। रोज की तरह सभी दुकानें, शासकीय व निजी स्कूल खुले थे। बुधवार को यहां साप्ताहिक बाजार भी लगा था। सभी शासकीय कार्यालय भी खुले रहे। विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए सड़कों व चौराहों पर पुलिस बल तैनात दिखाई दी।
पीड़ितों से मिलने पहुंचे भाजपा नेता प्रशासन ने रोका तो धरने पर बैठ गए
कर्फ्यू के बीच नेता प्रतिपक्ष व भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, भाजपा के महामंत्री नारायण चंदेल व डॉ. कृष्ण मूर्ति बांधी कवर्धा पहुंचे। वे यहां पीड़ित परिवार से मिलना चाहते थे। लेकिन जिला प्रशासन ने उन्हें सुरक्षा का हवाला देते हुए इजाजत नहीं दी। इससे नाराज नेता प्रतिपक्ष समेत पूर्व मंत्री व दल के सदस्य सर्किट हाउस के गेट के सामने ही जमीन पर बैठ गए। वे यहीं सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे व पीड़ितों से मिलने देने की मांग करते रहे।
पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कवर्धा जल रहा है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यूपी घूम रहे हैं। गृहमंत्री नदारद हैं जबकि स्थानीय विधायक व मंत्री अज्ञातवास में हैं। पता नहीं कि छत्तीसगढ़ में शासन है या नहीं। यह घटना अनायास नहीं हुईं। पिछले 2 साल से यहां के लोग प्रताड़ित हैं। भाजपा के विधायकों का दल दोपहर लगभग 3 बजे कवर्धा के सर्किट हाउस पहुंचा। यहां उन्होंने सांसद संतोष पांडेय, प्रदेश मंत्री विजय शर्मा, जिलाध्यक्ष भाजपा अनिल सिंह, पूर्व विधायक मोतीराम चंद्रवंशी, अशोक साहू से बैठक की और पूरे हालात की जानकारी ली। इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कलेक्टर व एसपी से भी घटना की जानकारी ली।