नई दिल्ली:– भोलेनाथ को प्रिय है रुद्राक्ष
धर्म शास्त्रों के अनुसार रुद्राक्ष भगवान शिव को बहुत ही प्रिय है और जो लोग रुद्राक्ष धारण करते हैं उन पर भोलेनाथ की विशेष कृपा बनी रहती है. कहते हैं कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई हैं और इसलिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण व शुभ माना गया है.
रुद्राक्ष के फायदे
रुद्राक्ष पहनने के कई फायदे होते हैं. कहते हैं कि रुद्राक्ष पहनने वाले व्यक्ति को भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन से निगेटिविटी दूर हो जाती है. इसके अलावा रुद्राक्ष धारण करने से सभी संकटों का नाश होता है. साथ ही ग्रहों की अशुभता भी दूर होती है.
इन लोगों को नहीं पहनना चाहिए रुद्राक्ष
रुद्राक्ष को सेहत के लिए फायदेमंद माना गया है. लेकिन हर कोई रुद्राक्ष धारण नहीं कर सकता. इसे पहनने के कुछ नियम होते हैं जिनका पालन करने पर ही यह शुभ फल देता है. कुछ लोगों को भूलकर भी रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए.
गर्भवती महिलाएं
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गर्भवती महिलाओं को रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए. यदि किसी गर्भवती महिला ने रुद्राक्ष धारण किया हुआ है तो बच्चे के जन्म के बाद सूतक काल समाप्त होने तक उसे उतार देना चाहिए.
मांसाहार और शराब का सेवन करने वाले लोग
जो लोग मांसाहार और शराब का सेवन करते हैं, उन्हें भूलकर भी रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि ऐसे लोग रुद्राक्ष धारण करते हैं तो रुद्राक्ष अशुद्ध हो जाता है, जिसकी वजह से आपके जीवन में कष्ट आ सकते हैं.
सोते समय उतार दें रुद्राक्ष
अगर आप रुद्राक्ष धारण करते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि सोते समय रुद्राक्ष को उतार कर सोएं. सोते समय रुद्राक्ष को उतार कर अपने तकिए के नीचे रख लें, इससे आपको बुरे सपने नहीं आएंगे.
रुद्राक्ष के नियम
रुद्राक्ष पहनते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि रुद्राक्ष गलती से भी काले धागे में नहीं होना चाहिए. रुद्राक्ष को हमेशा लाल या पीले धागे में ही धारण करना चाहिए. इसके अलावा रुद्राक्ष को कभी अशुद्ध हाथों से नहीं छूना चाहिए और अपना रुद्राक्ष किसी दूसरे को पहनने के लिए न दें.