*भोपाल। मध्य प्रदेश में पुलिस आरक्षकों के लगभग सात हजार पांच सौ पदों के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षा बुधवार से प्रारंभ हो गई है। किसी तरह की गड़बड़ी की आशंका नहीं रहे, इसलिए अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा। लंबी कूद और गोला फेंक में माप के लिए ‘थियोडोलाइट’ तकनीक का उपयोग किया जाएगा। जहां पर गोला गिरेगा वहां प्रिज्म लेजर रखकर इसके माध्यम से उसका मापन थियोडोलाइट से किया जाएगा। इसकी रीडिंग अभ्यर्थी के रोल नंबर के साथ सीधा कंप्यूटर में दर्ज हो जाएगी, जिससे गड़बड़ी का डर नहीं रहेगा। प्रदेश भर में 54 हजार अभ्यर्थी शारीरिक दक्षता परीक्षा में भाग लेंगे।*11 नवंबर तक 10 जिलों में बने केंद्रों पर होंगे टेस्ट*इसमें 800 मीटर की दौड़, लंबी कूद और गोला फेंक की परीक्षा ली जाएगी। परीक्षा के लिए प्रदेश के 10 जिलों में केंद्र बनाए गए हैं। अभ्यर्थियों को सुबह छह बजे बुलाया गया है। सात बजे से परीक्षा प्रारंभ हो जाएगी। आज से प्रारंभ होने वाली यह परीक्षा 11 नवंबर तक पूर्व घोषित के कार्यक्रम के अनुसार ही परीक्षा ली जाएगी। पहले के कार्यक्रम में जिनकी परीक्षा 23 सितंबर के बाद निर्धारित थी उन्हें 11 नवंबर के बाद बुलाया जाएगा। सत्यापन के लिए आधार बायोमेट्रिक का उपयोग किया जाएगा। यह मेल नहीं खाता तो रेटिना मिलान की जाएगी। पारदर्शिता के लिए परीक्षा की रिकार्डिंग कर मैदान में बड़ी स्क्रीन में दिखाया जाएगा।*शारीरिक दक्षता परीक्षा और लिखित परीक्षा के अंकों से बनेगी मेरिट लिस्ट*शारीरिक दक्षता परीक्षा के 100 अंक रखे गए हैं। इतने ही अंकों की लिखित परीक्षा पहले हो चुकी है। दोनों को जोड़कर प्रावीण्य सूची बनाई जाएगी।*मध्य प्रदेश के इन जिलों हो रही शारीरिक दक्षता परीक्षा*भोपाल,इंदौर,जबलपुर,ग्वालियर,सागर,उज्जैन,मुरैना,रीवा,रतलाम,बालाघाट।*किसके कितने अंक*800 मीटर दौड़, 40लंबी कूद, 30गोला फेंक , 30*क्या है थियोडोलाइट तकनीक*थियोडोलाइट एक यंत्र होता है जिसे आमतौर पर सिविल इंजीनियरिंग में उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर कोणों को मापने के लिए किया जाता है। इससे माप में पूरी शुद्धता रहती है।*लगातार आगे बढ़ रही थी भर्ती*लिखित परीक्षा के बाद लोकसभा चुनाव आ जाने और फिर बारिश की वजह से शारीरिक दक्षता परीक्षा लगातार आगे बढ़ रही थी। सितंबर के अंतिम सप्ताह में तेज बारिश की वजह से एक बार फिर आगे बढ़या गया। जिसके बाद अब इसे शुरू किया जा सका है। अभ्यर्थियों को इसके लिए लंबा इंतजार करना पड़ा।