नई दिल्ली : – पृथ्वी पर 15 करोड़ वर्ष पहले विचरण करने वाले सबसे बड़े डायनासोरों में से एक ‘वल्केन’ के कंकाल की नीलामी 16 नवंबर को पेरिस में आयोजित की जाएगी। फ्रांसीसी नीलामी कंपनी कोलिन डु बोकेज और बारबारोसा ने इस ऐतिहासिक नीलामी की घोषणा की है, जिसमें ‘वल्केन’ को “सबसे पूर्ण” और सबसे बड़े डायनासोर के कंकाल के रूप में पेश किया जाएगा।
इस नीलामी के लिए, जुलाई में पूर्व-पंजीकरण बोली खुलने के बाद ‘वल्केन’ की मूल अनुमानित कीमत 1.1 से 2.2 करोड़ अमेरिकी डॉलर आंकी गई है। यह एक अद्वितीय अवसर है जो न केवल डायनासोर के शौकीनों के लिए बल्कि संग्रहकर्ताओं के लिए भी महत्वपूर्ण है।
कंकाल की खोज और विशेषताएं
राजसी एपेटोसॉरस का यह कंकाल 2018 में अमेरिका के व्योमिंग में खोजा गया था और इसकी कुल लंबाई 20.50 मीटर है। इस कंकाल में लगभग 80 प्रतिशत हड्डियां उसी डायनासोर की हैं, जो इसके अद्वितीय संरचना को दर्शाता है। ओलिवियर कॉलिन डु बोकेज नीलामी के संस्थापक और प्रमुख ने बताया, “वल्केन सबसे बड़ा और सबसे पूर्ण डायनासोर है, जो अपनी श्रेणी में अनूठा है। यह जीवन भर की सबसे पुरानी खोज है।”
सांस्कृतिक और वैज्ञानिक महत्व
इस नीलामी में ‘वल्केन’ का कंकाल न केवल विज्ञान के क्षेत्र में बल्कि सांस्कृतिक धरोहर में भी एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। डायनासोर के अवशेषों का अध्ययन करने से हमें न केवल प्राचीन जीवों की जीवनशैली का पता चलता है, बल्कि यह भी समझने में मदद करता है कि पृथ्वी के विकास में क्या बदलाव आए हैं।
इस नीलामी का आयोजन विज्ञान प्रेमियों, संग्रहकर्ताओं और इतिहास के शौकीनों के लिए एक अनूठा अवसर है। ‘वल्केन’ के कंकाल की बिक्री से प्राप्त राशि का उपयोग विभिन्न वैज्ञानिक अनुसंधान कार्यों में किया जा सकता है, जिससे भविष्य में डायनासोर और अन्य प्राचीन जीवों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त की जा सके।