*मध्यप्रदेश:-* आज के समय में अधिकतर लोगों का समय मोबाइल, कंप्यूटर और लैपटॉप स्क्रीन के सामने बितता है। जिस कारण आंखों के साथ पूरे शरीर पर इन चीजों से निकलने वाली ब्लू लाइट नीली रोशनी का असर पड़ता है। इस लाइट का असर होने से कई तरह की समस्याएं होने के साथ मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियां भी हो सकती हैं। अक्सर अगर आपको भी मोबाइल चलाने के बाद सिरदर्द या धुंधली दृष्टि जैसी लक्षण दिखाए दें, तो समझ लीजिए कि आपको भी इसका असर होने लगा है। बहुत से लोग इन लक्षणों को आम समझकर अवॉयड करते हैं। ये नीली रोशनी स्मार्टफोन, कंप्यूटर, टेलीविजन, टैबलेट स्क्रीन और एलईडी लैंप से निकलती हैं। इसका सीधा असर शरीर पर होता है। आइए जानते हैं ब्लू लाइट पड़ने से शरीर पर किस प्रकार के लक्षण नजर आते हैं। इनके बारे में जानकारी के लिए हमने बात की शारदा क्लीनिक के फिजिशियन डॉक्टर केपी सरदाना से।*आंखों पर स्ट्रेन*लंबे समय तक ब्लू लाइट की संपर्क में रहने की वजह से आंखों पर जोर पड़ता है। इस कारण मोतियाबिंद और आंखों से संबंधित कई समस्याएं हो सकती हैं। कई बार लंबे समय तक कंप्यूटर और लैपटॉप पर बैठने के कारण आंखों पर तनाव भी बढ़ता है।*सिरदर्द*सिरदर्द एक सामान्य लक्षण है लेकिन अगर ये रोज हो, तो इसका कारण आंखों पर पड़ने वाली ब्लू लाइट भी हो सकती है। कई बार सिरदर्द के साथ माइग्रेन के लक्षण भी बढ़ सकते हैं। ऐसे में अगर सिरदर्द रोज हो, तो अच्छे डॉक्टर के जल्दी दिखाएं।*धुंधली नजर*ब्लू लाइट के कारण शरीर को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। कई बार लंबे समय तक स्क्रीन पर काम करने के बाद अगर आपको धुंधला दिखाई दें, तो इसका कारण यह होता हैं कि ब्लू लाइट का असर आपको आंखों पर हो रहा है। इस समस्या से बचाव के लिए हर 20 मिनट के बाद स्क्रीन से ब्रेक अवश्य लें।*ड्राई आंखे*ब्लू लाइट पड़ने से आंखों में ड्राईनेस की समस्या भी हो सकती है। आंखों में ड्राईनेस के कारण आंखों में खुजली और जलन का अनुभव हो सकता है। इस समस्या से बचाव के लिए पलकों को बार-बार झपकाएं। ऐसा करने से आंखों में नमी पैदा होगी।*ध्यान लगाने में समस्या*लंबे समय तक आंखों पर नीली रोशनी पड़ने के कारण ध्यान केंद्रित करने में भी समय लगता है। ब्लू लाइट के कारण आंखों में तनाव होने के साथ किसी काम में मन नहीं लगता है और चीजें भूलने की समस्या भी हो जाती है।ब्लू लाइट पड़ने से शरीर में इस तरह के असर हो सकता है। हालांकि, समस्या ज्यादा होने पर डॉक्टर को अवश्य दिखाएं।