नई दिल्ली:– भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरतालिका तीज का पर्व मनाया जाता है। हरतालिका तीज पर माता पार्वती, भगवान शिव और उनके परिवार समेत पूजा होती है। इस दौरान महिलाएं निर्जला उपवास करती हैं। यह व्रत करवा चौथ और छठ पूजा की तरह ही कठिन होता है। हरतालिका तीज के दिन महिलाएं अन्न के साथ ही जल का भी सेवन नहीं करती हैं।
निर्जला व्रत करने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में महिलाओं को हरतालिका तीज के मौके पर निर्जल उपवास करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि त्योहार में स्वास्थ्य संबंधी परेशानी न हो।
दही या नारियल पानी पीकर रखें व्रत
उपवास करने से पहले दही का सेवन करें या नारियल पानी पीएं। नारियल पानी शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है और दही खाने से अधिक प्यास नहीं लगती है। निर्जला उपवास से पहले दही या नारियल पानी का सेवन करने से व्रत के दौरान ज्यादा प्यास नहीं लगेगी।
धूप से बचें
उमस भरी गर्मी और धूप के कारण शरीर में पानी की कमी होने लगती है और बहुत अधिक प्यास लगती है। व्रत के दौरान आप प्यास पर तो काबू कर लेते हैं, लेकिन शरीर को पानी की जरूरत महसूस होती है, जिसे पूरा न करने पर चक्कर आना, सिर दर्द होना जैसी समस्याएं हो सकती है। इससे बचने के लिए प्रयास करें कि धूप व गर्मी से बचें ताकि अधिक प्यास न लगे और शरीर से पसीना कम बहे और पानी की जरूरत कम महसूस हो।
स्नान करें
अगर उपवास के दौरान प्यास लगे या गर्मी और थकान महसूस करें तो हल्के ठंडे पानी से स्नान कर सकते हैं। नहाने से शरीर को ठंडक महसूस होती है और प्यास कम लगती है।
थकान से बचें
शारीरिक सक्रियता के कारण थकान महसूस होती है। थकावट को कम करने के लिए शरीर पानी मांगता है। उपवास में अगर आप पानी नहीं पी सकते हैं तो शारीरिक सक्रियता कम रखें। ज्यादा मेहनत वाला या थकावट वाला काम न करें। आराम करें ताकि शरीर की स्फूर्ति बनी रहे और प्यास कम लगे।