जांजगीर-चांपा जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहाँ बारात लेकर पहुंचे दूल्हे को बिना दुल्हन के ही वापस लौटना पड़ा। वजह दुल्हन नाबालिग थी। इसलिए बाल विवाह निषेध अधिकारी की टीम ने यह शादी ऐन वक्त पर रूकवा दी।
बाल विवाह संबंधी सूचना प्राप्त होते जिला कार्यक्रम अधिकारी अनीता अग्रवाल एवं जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी सूर्यकांत गुप्ता के मार्गदर्शन में पुलिस विभाग से समन्वय करते हुए बम्हनीडीह ब्लॉक के ग्राम पुछेली में बालिकाओं के घर जाकर बालिका के उम्र सत्यापन के लिए अंकसूची की 10 वी अंकसूची की जांच की गई। जिसमें 17 वर्ष 5 माह 5 दिन होना पाया गया।
वरमाला की तैयारी चल रही थी। इस दौरान अधिकारी व पुलिस द्वारा दोनों पक्षों को बाल विवाह के दुष्परिणामों से अवगत कराया गया। साथ ही समझाईस के पश्चात सरपंच एवं स्थानीय लोगों की उपस्थिति में दोनों वर पक्ष तथा वधु पक्ष की सहमति से बालिका का विवाह रोका गया है।