*मध्यप्रदेश:-* महिला को जैसे ही पता चलता है कि वह प्रेग्नेंट है, तो उसके मन में अलग सी बेचैनी होने लगती है। कभी वह खुशी से झूम रही होती है, तो भी उसके मन में अलग सा ही डर घर कर जाता है। कभी-कभी उसे अपनी प्रेग्नेंसी को लेकर स्ट्रेस भी होने लगता है। ऐसा हर महिला के साथ होता है। फिर चाहे, उसकी पहली प्रेग्नेंसी हो या दूसरी। हर प्रेग्नेंसी की जर्नी अलग होती है। उस सफर में चुनौतियां भी अलग-अलग होती हैं। कुछ महिलाओं के लिए चुनौतियां कम, तो कुछ के लिए ज्यादा होती हैं। खैर, प्रेग्नेंसी कंफर्म होने के बाद अक्सर कई महिलाएं लंबे समय तक डॉक्टर के पास नहीं जाती हैं। कुछ महिलाओं को लगता है कि जब शारीरिक समस्याएं शुरू होंगी या कोई दिक्कत होगी, तभी डॉक्टर के पास जाना सही रहेगा। जबकि, यह सही नहीं है। तो सवाल है कि प्रेग्नेंसी कंफर्म होने के कितने दिनों बाद डॉक्टर के पास जाना चाहिए? इस बारे में हमने वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से बात की।*प्रेग्नेंसी कंफर्म होने के बाद डॉक्टर के पास कब जाएं-*एक्सपर्ट्स की मानें, तो जैसे ही किसी महिला को पता चलता है कि वह प्रेग्नेंट है, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर के पास विजिट करना चाहिए। इसमें उन्हें ज्यादा देर नहीं करनी चाहिए। डॉक्टर चेकअप करके आपकी डिलीवरी डेट कंफर्म करेंगे। इसके अलावा, वे यह भी चेक करेंगे कि घर में किसी तरह की कोई बीमारी का इतिहास तो नहीं है? अगर ऐसा है, तो उससे बचाव के उपाय बताएंगे। यही नहीं, प्रेग्नेंसी में सफर में आने वाली जटिलताओं को कम करने के बारे में सजेशंस भी देंगे।*प्रेग्नेंसी कंफर्म होने के बाद डॉक्टर के पास जाना क्यों जरूरी है*प्रेग्नेंसी का पता चलते ही डॉक्टर के पास जाना कई मायनों में आवश्यक होता है। कई बार कंसीव करने के बाद महिलाओं के कॉम्प्लीकेशन शुरू हो जाती हैं, इनसे बचने के लिए डॉक्टर के पास जाना चाहिए। इसके अलावा, अगर किसी को एक्टॉपिक प्रेग्नेंसी है, तो इसका कंफर्मेशन डॉक्टर ही दे पाएंगे। यही नहीं, मिसकैरेज होने के रिस्क, प्रेग्नेंसी की जटिलताओं को कम करने में भी डॉक्टर का अहम रोल होता है। वहीं, अगर प्रेग्नेंट महिला के शरीर में किसी तरह की न्यूट्रिएंट्स की कमी है, तो उसकी आपूर्ति कैसे की जा सकती है, यह भी चेकअप के बाद ही पता चल सकता है।*प्रेग्नेंसी में होने वाली सामान्य परेशानियां-*प्रग्नेंसी के सफर में हर महिला को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे-कब्जबार-बार पेशाब आनामूड स्विंग होनाउल्टी या मतली आनापैरों में सूजनबॉडी और स्किन में बदलावबालों का झड़नावजन बढ़ना*प्रेग्नेंसी कंफर्म होने के बाद क्या करें*प्रेग्नेंसी के दौरान हेल्दी चीजें खाएं। अपनी डाइट से जंक फूड, स्ट्रीट फूड बाहर निकाल दें। प्रीसर्व्ड फूड भी खाने से बचें। इसके अलावा, मौसमी फल, सब्जियां आदि खाएं। अगर किसी चीज से एलर्जी है, तो उसका सेवन न करें।प्रेग्नेंसी की शुरुआत से ही कुछ अच्छी और लाइट एक्सरसाइज को अपनी लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएं। इससे सेहत में सुधार होगा और नॉर्मल डिलीवरी की संभावना बढ़ेगी।बार-बार मूड चिड़चिड़ा लगे, तो अपने दोस्तों, घरवालों और करीबियों से बात करें। कभी-कभी कहीं घूम आएं। इससे मूड रिफ्रेश फील करेगा और चिड़चिड़ापन दूर होगा।प्रेग्नेंसी की जर्नी शुरू होते ही हर महीने एक बार डॉक्टर के पास जरूर विजिट करें। किसी तरह की स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर अपनी जांच करवाएं।