टीवी रियलिटी शो ‘शार्क टैंक इंडिया’ का तीसरा सीजन टेलीकास्ट हो रहा है. स्टार्टअप फाउंडर्स और एंटरप्रेन्योर अपने पिच लेकर शो में पहुंचते हैं. जिसका बिजनेस आइडिया शार्क्स को पसंद आता है, वो उसमें इंवेस्ट करते हैं. इस शो में एंटरप्रेन्योर्स के संघर्ष की कहानियां लोगों को उत्साहित कर देती है. ऐसा ही एक स्टार्टअप बिजनेस शो में पहुंचा. इंटेंस फोकस विज़न (Intense Focus Vision) के को फाउंडर मनीष अशोकभाई चौहान पहुंचे. गुजरात के राजकोट के छोटे से गांव से अपने करियर की शुरुआत करने वाले मनीष ने अपने दम पर 100 करोड़ की कंपनी खड़ी कर दी. 1200 रुपये की सैलरी से शुरू किया काम
मनीष गरीब परिवार से आते थे. परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्हें पढ़ाई के साथ नौकरी करनी पड़ी. उन्होंने राजकोट में एक चश्मे की दुकान में नौकरी कर ली. सैलरी के तौर पर उन्हें 1200 रुपये मिल रहे थे. चश्मे की दुकान में काम के साथ-साथ उन्होंने चश्मा बनाना सीखना शुरू कर दिया. दिन में नौकरी करते और रात को चश्मा बनाने का काम करते थे.
नौकरी के साथ सीखा काम मनीष ने दुकान में काम करते-करते चश्मा तैयार करना, डिजाइनिंग सीख ली. उनके दिमाग में आया कि जब वो आधा दिन काम कर 1200 रुपये कमा रहे हैं. अगर पूरा दिन खुद चश्मे बनाकर बेचे तो इससे ज्यादा कमाएंगे. यहीं से उनके बिजनेस करियर की शुरुआत हो गई. उन्होंने किराए पर छोटी सी दुकान ली और खुद चश्मे डिजाइन कर बेचने लगे. दुकान के लैंडलॉड ने उनके बिजनेस में निवेश किया और फिर वो चीन से आई केयर प्रोडक्ट लाकर भारत में बेचने लगे.
खड़ी कर दी 100 करोड़ की कंपनी मनीष ने साल 2017 में अपना खुद का धंधा शुरू किया और कुछ ही सालों में 100 करोड़ का बिजनेस बना दिया. आज 20 राज्यों में 3000 से ज्यादा रिटेल आउटलेट्स पर उनके प्रोडक्ट्स बिकते हैं. हर महीने वो होलसेल में 14 से 15 करोड़ का धंधा कर रहे है. शार्क टैंक में आए अशोक ने शार्क्स से 5 करोड़ रुपये 5 फीसदी इक्विटी के एवज में डिमांड की, लेकिन वो शार्क्स को इंप्रेस नहीं कर पाएं और उन्हें शो में कोई फंडिंग नहीं मिल सकी.