बालोद :- छत्तीसगढ़ सरकार मालवाहक वाहनों में आवागमन करने को लेकर अभियान चला रही है. बावजूद इसके दो दिन पूर्व छत्तीसगढ़ की राजधानी में भीषण सड़क हादसे में 17 लोगों की मौत हुई. यह हादसा माल वाहक वहां में लोगों को ढोने के कारण हुआ.
हादसे के बाद प्रशासन सख्त : हादसे के बाद से बालोद पुलिस प्रशासन भी अब कड़ा रुख अपनाते हुए माल वाहनों में सवारी भरकर लाने ले जाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर रही है.वहीं पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल ने लोगों से अपील भी की है कि इस तरह माल वाहक का उपयोग आने जाने के लिए ना करें.पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल ने मीडिया के माध्यम से जनता तक पहुंचाने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि प्रदेश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की कमी है. हम मानते हैं लेकिन जो माल वाहक है उसमें सवारी लेकर आना जाना काफी रिस्क है और इस तरह के दुर्घटनाओं में जान बचने की उम्मीद काफी कम रहती है.
हम उदाहरण देखें तो बलौदाबाजार हो या फिर राजधानी रायपुर. कुछ ऐसे उदाहरण है जो हमें कड़ी कार्रवाई करने के लिए मजबूर करते हैं. हम आप कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं. 5 हजार जुर्माना है.जो भी जरुरी कार्रवाई पुलिस कर रही है उसमें लोगों को भी ध्यान देने की जरुरत है.इसके साथ ही लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है.थोड़े पैसे बचाने के लिए आप अपनी जान को जोखिम में ना लें. केवल पब्लिक ट्रांसपोर्ट और बंद गाड़ियों का ही उपयोग आवागमन के लिए करें- योगेश पटेल,एसपी
आपको बता दें कि बीते तीन माह में 120 सड़क दुर्घटनाओं में 57 लोगों की जान जा चुकी है.जबकि 145 लोग घायल हुए हैं. मई माह के 10 दिनों में ही 25 सड़क हादसे हुए हैं. जिनमें 11 लोगों ने अपनी जान गंवाई हैं. पुलिस ने सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम कसने के लिए युद्धस्तर पर चेकिंग अभियान शुरू कर दिया है. बीते कुछ ही दिनों में 800 से अधिक लापरवाह चालकों पर 1 लाख 65 हजार रुपए की चालानी कार्रवाई की गई है.